पटना (ब्यूरो)। बिहार तैराकी संघ की ओर से 13वीं राष्ट्रीय तक्षशिला ओपन वाटर लंबी दूरी तैराकी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। 13 किलोमीट दूरी की यह प्रतियोगिता दीघा स्थित शिवा घाट से पटना ला कालेज घाट तक कराया गया। प्रतियोगिता में प। बंगाल के गौरव कावेरी एक घंटा 12 मिनट 29 सेकेंड बालक वर्ग में पहले, शोभिक दास एक घंटा 12 मिनट 50 सेकेंड दूसरे और बिक्रम दत्ता एक घंटा 19 मिनट 32 सेकेंड ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं, बालिका वर्ग में पृथा देवनाथ पाश्चिम बंगाल एक घंटा 16 मिनट 51 सेकेंड पहले, नीलंजना सील, बिहार- एक घंटा 17 मिनट 47 सेकेंड दूसरे और ऋचा शर्मा, पश्चिम बंगाल एक घंटा 19 मिनट 32 सेकेंड तीसरे स्थान पर रही। प्रतियोगिता में बिहार सहित देश के विभिन्न आठ राज्यों से 44 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र में प्रतियोगिता के विजोताओं को सड़क निर्माण एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सम्मानित किया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान लाने वाले को दस हजार, दूसरे को को पांच हजार और तीसरे को 2500 रुपये का पुरस्कार दिया गया। दस प्रतिभागियों को एक हजार रुपये का सांत्वना पुरस्कार दिया गया। विजेताओं को प्रमाणपत्र और मेडल भी दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार तैराकी संघ की अध्यक्ष डा। माया शंकर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन बिहार तैराकी संघ के सचिव राम विलास पांडे ने किया।

बिहार में बनाएंगे स्विङ्क्षमग पूल : विवेक कुमार
विकास आयुक्त विवेक कुमार ने कहा कि स्विङ्क्षमग पूल बनाएंगे। बिहार सभी खेलों में आगे बढ़ रहा है। अभी शुरुआत हुई है। बिहार तैराक संघ के सचिव राम विलास पांडेय ने विवेक कुमार से अनुरोध किया कि अगर आपके समय में बिहार में स्विङ्क्षमग पूल नहीं बना तो फिर नहीं बन सकेगा। बैंगलुरु की तरह ही बिहार के कोइलवर में भी स्विङ्क्षमग पूल बने। इस मौके पर स्विङ्क्षमग फेडरेशन आफ इंडिया के संयुक्त सचिव शैलेन्द्र नाथ तिवारी ने कहा कि बिहार सरकार से अनुरोध करते हैं कि बिहार के तैराकों के लिए स्विङ्क्षमग पूल जरूर बनाएं। प्रतियोगिता की शुरुआत विकास आयुक्त विवेक कुमार ङ्क्षसह ने किया। इसमें देश के आठ राज्यों से 44 तैराकों ने हिस्सा लिया।

पिछले 14 वर्षों से तैराकी कर रही हूं। दो वर्षों से बिहार को सीनियर नेशनल और राष्ट्रीय खेल में प्रतिनिधित्व भी कर चुकी हूं। नेशनल में बिहार को मेडल दिलाना चाहती हूं। भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय तैराकी प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व करना चाहती हूं।
-नीलंजना सील, तैराक