- वैशाली कॉरिडोर सहित पंद्रह सड़कें हैं शामिल

- आर्थिक मामलों के मंत्रालय में प्रजेंटेशन 19 को

PATNA: बिहार में 900 किमी स्टेट हाईवे बनाने के लिए बिहार सरकार एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) से भ्ख्भ्0 करोड़ ऋण लेगी। इस प्रोजेक्ट में वैशाली कॉरिडोर सहित पंद्रह सड़कें शामिल हैं जिसके निर्माण की लागत साढ़े सात हजार करोड़ रुपए है। ये सड़कें दो लेन में बनना है। साढ़े सात हजार करोड़ रुपए का सत्तर परसेंट हिस्सा एडीबी से ऋण के रूप में मिलना है। फ्0 परसेंट राशि बिहार सरकार को लगानी है। वित्त विभाग ने एडीबी से ऋण को अपनी अनुमति दे दी है।

कैंप करने की हिदायत

पथ निर्माण विभाग के अनुसार काफी दिनों से इन सड़कों के लिए ऋण लेने की कवायद चल रही है। विभाग ने संबंधित अफसर को दिल्ली में कैंप करने का आदेश दिया है। जब तक आर्थिक मामलों के मंत्रालय के प्रजेंटेशन के बाद ऋण का प्रस्ताव एडीबी को नहीं चला जाता है तब तक संबंधित अधिकारी दिल्ली में ही कैंप करेंगे।

क्9 को होगी अहम बैठक

इन पंद्रह सड़कों के लिए दिल्ली में पहले पथ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के स्तर पर बैठक होगी। इस बाद आर्थिक मामलों के मंत्रालय के स्तर पर राज्य सरकार के संबंधित अधिकारी द्वारा प्रजेंटेशन दिया जाएगा। आर्थिक मामलों के मंत्रालय की मंजूरी के बाद राज्य सरकार के ऋण का प्रस्ताव एडीबी को जाएगा।

क्8 जिलों को होगा लाभ

एडीबी के ऋण से जिस 900 किमी एसएच का निर्माण किया जाना है उसमें वैशाली कॉरिडोर सहित पंद्रह सड़कें शामिल हैं। इससे कुल अठारह जिलों को फायदा होगा। वैशाली कारिडोर छह लेन गंगा पुल के उत्तरी हिस्से में स्थित चकसिकंदर से शुरू होगा और लालगंज, सराय गुमटी और एसएच-7फ् होते हुए छपरा के परसा में मिलेगा। इसके अतरिक्त इस 900 किमी में एसएच क्0फ्- मंझवा-गोविंदपुर, एसएच-8ब्- घोघा-बरहट, एसएच-98- अकबरनगर- अमरपुर, एसएच-99 वायसी-बहादुरगंज, एसएच-क्0क् देव-मदनपुर-गय, एसएच-क्0ख् जगदीशपुर-पीरो-बिहिया सड़क शामिल है।