PATNA CITY : बच्चे के जन्म लेने के दो साल के अंदर उसके सुनने की क्षमता की जांच करा लेनी चाहिए। ऐसा नहीं करने पर परेशानी बढ़ती जाती है। बिहार का नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल कॉकलियर इम्प्लांट ऑपरेशन करने वाला पहला अस्पताल बन गया। इसका श्रेय बिहार एवं झारखंड से आए करीब डेढ़ सौ डाक्टर्स को जाता है।

बच्ची का हुआ सफल इलाज

एनएमसीएच में क्क्वां डॉ। एलएच हीरानंदनी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें ईएनटी विभाग के एचओडी और आयोजन समिति के चेयरमैन डॉ.प्रो। चंद्रशेखर ने कहा कि बिहार के एनएमसीएच के ईएनटी डिपार्टमेंट को कॉकलियर इंप्लांट करने वाला पहला अस्पताल होने का गौरव मिला है। ऑरगेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ। सत्येन्द्र शर्मा ने लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि बिहार के हेल्थ डिपार्टमेंट के सीनियर अफसरों, एनएमसी के प्रिंसिपल, अस्पताल प्रशसनऔर ईएनटी के एचओडी समेत पूरी टीम को इसका श्रेय जाता है। इसके बाद अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज के प्रो.डा। राजेश विश्वकर्मा ने पूरी टीम के साथ ऑपरेशन किया। इसमें पूर्णिया के छह साल की बच्ची (जो सुनने और बोलने में अक्षम थी) का सफल ऑपरेशन किया गया।

एक साल में लौटेगी आवाज

डा। विश्वकर्मा ने बताया कि मरीज के ऑपरेशन के चार वीक के बाद कान के इंटरनल पार्ट में लगाए गए यंत्र का स्वीच ऑन किया जाएगा। इसके लिए कान के बाहरी भाग में लगे स्वीच प्रोसेसर को चालू किया जाएगा। इसमें बैटरी लगा होता है। मरीज का एक साल तक थेरॉपी के बाद धीरे-धीरे श?द बोलना शुरू हो जाएगा।

ऐसे होगा इलाज

कान का तीन हिस्सा होता है। इसके इंटरनल पार्ट में जब खराबी आती है तो उसकी जगह इंप्लांट लगाया जाता है। यह साउंड को इलेक्ट्रिक एनर्जी में बदल देता है, जो नर्व से मस्तिष्क तक ले जाता है। इसके बाद आवाज सुनाई देने लगता है। इस तरह का ऑपरेशन दो साल के उम्र तक हो जाना चाहिए।

इन्होने संबोधित किया कार्यशाला

इस ऑपरेशन में डॉ। कार्यशाला में बंगलुरू के डॉ। दीपक हल्दीपुर, नागपुर के डॉ। मदन कापरे, दिल्ली के डॉ। पीपी सिंह, डॉ। केके होंडा, मुंबई के डॉ। विकास अग्रवाल, कोलकाता के अमिताभ चौधरी के अलावा एचओडी डॉ। चंद्रशेखर, डॉ। सत्येन्द्र शर्मा शामिल हुए। कार्यशाला में अधीक्षक डॉ। एपी सिंह, डीएस डॉ। गोपाल कृष्ण, शिशु के एचओडी डॉ। अलका सिंह, एनेस्थेसिया के एचओडी डॉ। अशोक कुमार, सर्जरी के डॉ। सुधीर कुमार, डॉ। निर्मल कुमार सिन्हा के अलावा विभिन्न विभाग के एचओडी और चिकित्सक शामिल हुए।