PATNA: बथनाहा प्रखंड के लछुआ गांव स्थित चमनियां नहर पर डेढ़ दशक से पुल अधूरा है। आरटीआइ से यह राज खुला है कि क्भ् लाख में बनने वाले इस पुल के लिए क्फ् लाख खर्च होने के बावजूद केवल फ् पीलर बने हैं। ठेकेदार बोरिया-बिस्तर समेट चुका है। लछुआ निवासी राजेश चौधरी उर्फ राजू चौधरी ने पुल के बारे में ग्रामीण कार्य विभाग में आरटीआइ के तहत आवेदन दिया। लोक सूचना अधिकारी ने बताया कि पुल के लिए क्भ्,08,700 रुपए का एस्टीमेट था। पहली किस्त क्फ्,भ्7,800 रुपए जारी किए गए। जिसमें से क्ख्,म्9,क्भ्क् रुपए पीलर बनाने में खर्च हो गए। योजना के पुनरीक्षण के बाद एस्टीमेट राशि बढ़ाकर क्म्,क्9,900 रुपए कर दी गई। इसमें से 88,म्ब्8 रुपए ही ग्रामीण कार्य विभाग के पास है। शेष फ्,भ्0,7ब्8 रुपए के लिए जिला प्रशासन को लिखा गया है, लेकिन पत्र समाहरणालय की फाइल में दबी है। आवेदनकर्ता ने डीएम समेत बिहार लोक शिकायत निवारण कानून के तहत भी आवेदन दिया है। वर्ष ख्00क्-0ख् में तत्कालीन एमपी अनवारूल हक ने सांसद निधि से पुल को मंजूरी दी थी। वहीं बात करने पर ग्रामीण कार्य प्रमंडल सीतामढ़ी और पुपरी के कार्यपालक अभियंता एक-दूसरे को जवाबदेह ठहराते हैं।

आंदोलन की तैयारी

लछुआ निवासी शैलेंद्र चौधरी, मनोज चौधरी, सोहन चौधरी आदि ने बताया कि लोक शिकायत निवारण कानून का सहारा लिया गया है। यदि पुल का निर्माण नहीं होता है तो ग्रामीण सड़क पर उतर आंदोलन करेंगे।

मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है। आपसे ही इसकी सूचना मिली है। इसकी जांच करवाऊंगा।

- रामकुमार शर्मा, एमपी, सीतामढ़ी