PATNA : बेउर से बरामद गोलियों की खेप और एके-ब्7 की तीन मैगजीन ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। क्योंकि बीते दो दिनों की जांच में जो सबूत मिले हैं, उससे साफ हो गया है कि नक्सली ही गोलियों (बुलेट) के सौदागर हैं। इसलिए पुलिस ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया। खासकर पटना जोन के आईजी नैयर हसनैन खान ने। उनके निर्देश पर पटना, गया और औरंगाबाद जिले की पुलिस ज्वाइंट ऑपरेशन चला रही है। गया में सर्च ऑपरेशन शुरू भी कर दिया है। पटना पुलिस की एक टीम गया में लगातार कैंप कर रही है। वहां स्थानीय पुलिस की मदद से आंती, अतरी, चंदौती और चाकंद सहित कई जगहों पर छापेमारी की।

- मिलाए जा रहे हैं मैगजीन के सीरियल नंबर

इससे पहले रविवार को पटना पुलिस ने आशंका जाहिर की थी कि एके-ब्7 के तीनों मैगजीन चोरी या लूट के हो सकते हैं। इस आशंका को दूर करने की भी तैयारी पूरी कर ली गई है। इसके लिए बिहार-झारखंड में लूटे व चोरी किए गए हथियारों का एक डाटा बना है। आईजी के निर्देश पर बरामद मैगजीन के सीरियल नंबर को उस डाटा से मिला जाएगा। साथ ही इस मामले में पैरा मिलिट्री फोर्स, सीआरपीएफ व इसकी कोबरा बटालियन और इंटेलिजेंस की भी मदद ली जा रही है। इस मामले में पुलिस ने इन सभी को कांटैक्ट किया है। मालूम हो कि पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के पास के एके-ब्7 जैसे लेटेस्ट हथियार और उनके मैगजीन पर सीरियल नंबर होते हैं।

- महिला पहुंची थी एफआईआर कराने

बेउर से पुलिस ने गोलियों व मैगजीन के साथ ही दो बाइक भी बरामद की थी। जांच में पता चला की बाइक का रजिस्ट्रेशन गया के आंती में रहने वाली सुमित्रा देवी के नाम पर है। जब पुलिस ने संजय को गिरफ्तार किया था। उसी दौरान सुमित्रा को इसका पता चल गया था। जिसके बाद वह आंती थाने में बाइक चोरी का एफआईआर दर्ज कराने पहुंची थी। लेकिन तब तक पटना पुलिस ने गया पुलिस को इस मामले की पूरी जानकारी दे दी थी। पुलिस की तेजी से कार्रवाई के कारण महिला की चालाकी वहां काम नहीं कर पाई।

- हंगामा, जाम और आगजनी

बेउर के लोग संजय की गिरफ्तारी से गुस्से में थे। सोमवार को फैमिली के साथ इलाके के लोग एनएच-फ्0 पर उतर आए और रोड जाम कर दिया। टायर जला आगजनी की। बाइक सवारों को भी आने-जाने से रोका। फैमिली और इलाके के लोगों का कहना है कि संजय निर्दोष है। उसे जल्दी से छोड़ने की मांग की। इनके अनुसार संजय ऑटो ड्राइवर है और गोलियों की खेप से उसका कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस ने उसे झूठा फंसाया है। रोड जाम की सूचना मिलने पर बेउर सहित कई थानों की पुलिस पहुंची। राइट कंट्रोल वैन को भी बुलाया गया। पुलिस ने गुस्साए लोगों को काफी समझाया। जाम करने से मना किया। लेकिन लोगों ने एक नहीं सुनी। जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया। तब जाकर लोग रोड से हटे। करीब तीन घंटे बाद एनएच-फ्0 पर गाडि़यों का परिचालन शुरू हो सका।

मामले को नक्सली एंगल से इनकार नहीं किया जा सकता। पटना, गया और औरंगाबाद की पुलिस इस मामले पर काम कर रही है। पूरे मामले की जांच की जा रही है। साथ ही मैगजीन के मिलान के लिए पैरा मिलिट्री फोर्स से भी संपर्क किया गया है।

नैयर हसनैन खान

आईजी, पटना जोन