Patna : पटनाइट्स ने शुक्रवार को फ्रेजर रोड, बेली रोड और कारगिल चौक पर शहीदों के पास अपना दर्द बयां किया.
भगवान बुद्ध के पास जलाया कैंडिल
रेडियो स्टेशन रोड से बुद्ध स्मृति पार्क तक बिहार वीमेन काउंसिल की तरफ से कैंडिल मार्च निकाला गया। लगभग 4 सौ महिलाओं व गल्र्स ने भगवान बुद्ध के पास जाकर कैंडिल जलाया। उधर, पटना वीमेंस कॉलेज की गल्र्स हॉस्टल की तमाम स्टूडेंट्स ने कॉलेज से डाकबंगला तक कैंडिल मार्च निकाल कर सिक्योरिटी की अपील की.
प्रार्थना सभा का आयोजन
दिल्ली में रेप की शिकार हुई लड़की की जिंदगी और तंदुरुस्ती को लेकर स्टूडेंट ऑक्सीजन मूवमेंट की ओर से प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। एसकेपुरी चिल्ड्रेन पार्क में सैकड़ों की तादात में स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट, सीनियर सिटीजन और आम लोगों ने प्रार्थना सभा का आयोजन किया। सभी ने मोमबत्तियां जलाकर जिंदगी और मौत से लड़ रही पीडि़ता के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की।
हम चुप नहीं रहेंगे
अब हमलोग चुप नहीं रहेंगे। अब बहुत हो चुका, लड़कियों को अभी भी हर तरह से दबाकर रखा जाता है। काननू बदले या कुछ भी हो, पर अब हम न्याय लेकर ही चुप बैठेंगे।
रश्मि
दिल्ली-पटना में अंतर नहीं
आज भले ही दिल्ली का मुद्दा हमारे समाने आया हो, पर पटना इससे अलग नहीं है। हमलोग जिस स्थिति में डरे-सहमे कॉलेज आते हैं, वह भगवान भरोसे ही है। अब तो हद हो रही है, हमें बस न्याय चाहिए।
स्वाति
अत्याचार हम ही पर क्यों?
हमेशा अत्याचार हमारे ऊपर ही क्यूं होता है? हर मामले में हमलोगों पर ही ऊंगली उठती है। हम ही अपने कपड़ों पर और दूसरी चीजों पर क्यूं ध्यान दें? क्या नियम-कानून हमारे लिए ही है?
दिव्या
गंदे कमेंट्स करते हैं लड़के
हम अपने घरों की बेटियों व बहनों के प्रति तो अच्छी नजर रखते हैं, पर दूसरी गल्र्स पर वैसी नजर क्यंू नहीं रहती। हमारे कॉलेज के बाहर हमेशा ऐसे लड़के खड़े रहते हैं, जो गंदे-गंदे कमेंट्स करते रहते हैं.
मोजबा
हम अब न्याय लेकर रहेंगे
दिल्ली में उस लड़की से जिस तरह से रेप हुआ है, उसने सारी हदें पार कर दी है। उस लड़की की जिंदगी तो बर्बाद हो ही गई, लेकिन बाकी के साथ ऐसी घटना न हो, इसलिए हम न्याय चाहते हैं.
नेहा
हाथ-पैर काट दिया जाए
जो भी रेप या तेजाब फेंकने जैसी घटना को अंजाम दे, वैसे लड़कों के हाथ-पांव काट कर छोड़ दिया जाए। जिस तरह से एक लड़की इस स्थिति में पहुंच कर मौत का इंतजार करती है, वही हालत उस दरिंदे की भी होनी चाहिए.
खुशबू
हम सब उसके साथ हैं
आज तक हर लड़की अपनी लड़ाई अकेले लड़ती रही है, पर अब ऐसा नहीं होगा। अब हम सब मिलकर अपनी लड़ाई लड़ेंगे। उस पीडि़ता की लड़ाई अकेले की नहीं है। हम सब उसके साथ है। उसे जरूर न्याय मिलेगा।
शुभप्रभा
फांसी मिले, तभी चुप रहेंगे
जब तक उन रेपिस्टों को फांसी की सजा नहीं मिलेगी, तब तक हम हर दिन आंदोलन करेंगे। उस पीडि़ता को जस्टिस चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो दूसरी लड़की भी इसकी शिकार हो सकती है। गवर्नमेंट को जबाव देना होगा।
हीना