-5.60 लाख कैश, सरकार की फर्जी मुहर और आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद

-गलत तरीके से पदाधिकारियों

पर भी बनाता रहता था दबाव

MUZAFFARPUR: फर्जी एसपी बन अफसरों पर बना रहे थे दबाव अब भेजे गए जेल। दरअसल पूर्वी चंपारण के गो¨वदगंज थाना क्षेत्र के लौरिया राजकीय मध्य विद्यालय परिसर से पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। वह सीबीआइ का फर्जी एसपी बनकर लोगों का भयादोहन करता था और पदाधिकारियों पर काम कराने के लिए दबाव बनाता था। गिरफ्तार युवक थाना क्षेत्र के राजेपुर निवासी प्रदीप प्रसाद का पुत्र अमोल कुमार बताया जाता है। उसके कब्जे से 5.60 लाख रुपये, फर्जी आइकार्ड, सीबीआइ एसपी और भारत सरकार की मुहर, फर्जी नियुक्ति पत्र, फर्जी परमिशन लेटर, सीबीआइ का फर्जी सील, एक पूर्व मुख्यमंत्री का फर्जी पत्र, सीबीआइ का सीलबंद लिफाफा आदि बरामद किया गया है।

गुप्त सूचना पर कार्रवाई

एसपी नवीनचंद्र झा ने गुरुवार को बताया कि सूचना मिली थी कि लौरिया मध्य विद्यालय परिसर में एक युवक खुद को सीबीआइ का एसपी बताकर भयादोहन और ठगी कर रहा है। सूचना के बाद टीम का गठन कर छापेमारी की गई। इस दौरान वह पकड़ा गया। इसके बाद उसके घर पर भी छापेमारी की गई। जहां उसके ट्राली बैग से 5.60 लाख रुपये समेत कई आपत्तिजनक कागजात मिले। अमोल खुद को सीबीआइ का एसपी बताकर ठगी करता था। उसने फर्जी तरीके से सीबीआइ एसपी बनकर इसी जिले का फर्जी ज्वाइ¨नग लेटर भी बनवाया था। वह फर्जी सीबीआइ एसपी का कार्ड दिखाकर पदाधिकारियों पर दबाव बनाता था। उसने अरेराज सीओ और मलाही थाने को भी सीबीआइ एसपी का कार्ड दिखा कर गलत तरीके से एक कार्य के लिए दबाव बनाया था। यह भी पता चला कि उसने नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये की ठगी भी की है।