-सीएम नीतीश बोले, बौद्ध सर्किट से जुड़ सकता है बांका

- बांका में भदरिया और जमुई में महावीर की जन्मस्थली क्षत्रिय कुंड पहुंचे सीएम

BHAGALPUR: ये बुद्ध से जुड़े और 2600 साल पुराने लगते हैं। भदरिया पुरातात्विक स्थल की खुदाई होगी। इसके लिए चांदन नदी की धारा को उसी राह में डायवर्ट किया जाएगा, जिससे होकर यह 1995 से पहले बह रही थी। यह बातें सीएम नीतीश कुमार सैटरडे को बांका में कही। उन्होंने भदरिया और जमुई के क्षत्रियकुंड पहुंचे थे। एक स्थान बुद्ध से जुड़ा है तो दूसरा भगवान महावीर का जन्मस्थान। उन्होंने संकेत दिए कि भविष्य में बांका बौद्ध सर्किट से जोड़ा जा सकता है। वहीं, जमुई में पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। सबसे पहले बांका जिले के अमरपुर प्रखंड स्थित भदरिया में उन्होंने चांदन नदी में मिले अवशेषों को देखकर इन्हें राजगीर के अवशेषों की तरह बताया। उन्होंने जल संसाधन विभाग को नदी की धारा बदलने की योजना तैयार करने का निर्देश दिया है।

बुद्ध की शिष्या विशाखा की ऐतिहासिक भूमि है बांका

सीएम ने संभावना जताई कि खुदाई में प्रचुर अवशेष मिले तो बांका बौद्ध सर्किट में शामिल हो सकता है। इससे दुनिया में इस क्षेत्र की अलग पहचान कायम होगी। कहा कि यह ऐतिहासिक भूमि महात्मा बुद्ध की शिष्या विशाखा की है। कुछ लोग बिहार की उपेक्षा करते हैं, लेकिन बिहार का कण-कण पौराणिक और ऐतिहासिक स्थलों से जुड़ा हुआ है। छठ घाट बनाने के दौरान अवशेष मिलने के बाद सीएम इस मामले में गंभीर हुए। उन्होंने चांदन डैम से गाद निकालने का निर्देश दिया। इंजीनियर ने बताया कि इसके लिए 80 से 90 करोड़ की योजना बनाई गई है।

सुरक्षा को लेकर हमेशा रहें अलर्ट

इधर, जमुई के क्षत्रियकुंड में प्रशासनिक अधिकारियों को सीएम ने निर्देश दिया कि भगवान महावीर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई चूक ना हो। 2015 में मूर्ति चोरी की घटना का संस्मरण दिलाते हुए कहा कि तब प्रशासन ने दिन-रात एक कर 2600 साल पुरानी भगवान महावीर की जिन्नासन मूर्ति बरामद की थी। उसके बाद से वे यहां आते रहे हैं। दो साल पहले भगवान महावीर की मूर्ति स्थापित होने के दौरान भी वे आए थे। उसके बाद से यहां काफी विकास हुआ है।

चित्रों में सिमटी कहानी जानने का प्रयास

लगभग एक घंटा तक यहां रहे सीएम ने महावीर मंदिर में उनका दर्शन किया। पूजा-अर्चना के पश्चात वे मंदिर परिसर में घूम-घूम कर भगवान के गर्भ काल से लेकर गृह त्यागने तक के चित्रों में सिमटी कहानी को जानने का प्रयास करते रहे। प्रसाद ग्रहण के दौरान सीएम ने जैन ट्रस्ट के कौशल बोरा और जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार से विस्तृत जानकारी ली। यहां उनके साथ पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी, चंचल कुमार, विधायक दामोदर रावत, प्रफुल्ल मांझी आदि मौजूद थे। बांका में सीएम के साथ बिहार के जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, पूर्व मंत्री रामनारायण मंडल भी थे।