वीडियो कांफ्रें¨सग के माध्यम से 254.466 करोड़ की लागत से बनने वाले 96 पुलिस भवनों का किया उद्घाटन

PATNA :

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि पिछले 14 वर्षों में हमने पुलिस से न किसी को फंसाने के लिए कहा और न ही किसी को बचाने के लिए कहा। गलत काम करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। समाज में किसी के प्रति अन्याय बर्दाश्त नहीं होगा। बिहार के उत्थान के लिए हर जरूरी काम कर रहे हैं। हर प्रकार से लोगों की मदद की जा रही है। वीडियो कांफ्रें¨सग के माध्यम से उन्होंने पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा निर्मित 124 पुलिस भवनों का उद्घाटन किया। इस पर 399.544 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने 254.468 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 96 भवनों का शिलान्यास भी किया।

मुख्यमंत्री ने पूछा कि 2005 के पहले बिहार में कानून व्यवस्था की क्या स्थिति थी? लोग शाम के बाद घरों से नहीं निकलते थे। अब लक्ष्य के अनुरूप राज्य में कानून का राज्य स्थापित किया गया है। क्राइम, करप्शन और कम्यूनलिज्म के प्रति हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार पुलिस का वह इस बात के लिए अभिनंदन करते हैं कि वह किसी भी प्रकार की घटना को दंगे में परिवर्तित नहीं होने देती है। वर्ष 2005 के पूर्व हो रहे नरसंहार की घटना को भी नियंत्रित किया गया। पुलिस कानून व्यवस्था नियंत्रण के साथ-साथ जनहित एवं समाज सुधार से जुड़े कार्यों में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। पुलिस बलों को ट्रेंड करने के साथ-साथ उनमें जागरूकता लाने के लिए भी काम किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोगों का उद्देश्य है कि अनुसंधान का काम सही ढंग से हो। विधि-व्यवस्था का संचालन सही तरीके से हो। पुलिस अधिकारी इस पर नजर बनाएं रखें।

कोरोना की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी से बचाव को हर कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें सभी लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने यह परामर्श दिया कि थाना स्तर तक के पुलिसकर्मियों का एंटीजन टेस्ट जरूर कराएं ताकि वे सुरक्षित रह सकें। संकट के इस दौर में लोगों में आत्मविश्वास पैदा करने में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एक कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया। मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस भवन निर्माण निगम के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सुनील कुमार ने भी अपने विचार रखे। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव अनुपम कुमार, एडीजी (पुलिस मुख्यालय) जितेंद्र कुमार, एडीजी (विधि-व्यवस्था) अमित कुमार व निगम के मुख्य अभियंता सोहैल अख्तर भी मौजूद थे।