PATNA: बिहार की धरती से नोटबंदी के खिलाफ देशव्यापी लड़ाई का एलान पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने किया। लेकिन तीसरे मोर्चे में बिखरा देखा गया। ममता ने नेताओं को पीएम नरेंद्र मोदी से अलर्ट करते हुए आरजेडी के प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में केंद्र पर हल्ला बोलते हुए सियासी दलों से सवाल किया कि नोटबंदी के खिलाफ जनसंघर्ष में वह मोदी के साथ हैं या जनता के। पटना में बुधवार को नोटबंदी के खिलाफ धरने को संबोधित करते हुए ममता ने पीएम को मोबाइल कंपनियों और पूंजीपतियों का हितैषी बताया तथा खुद को जनता की हिमायती। ममता के साथ मंच पर आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह मौजूद थे।

नीतीश ने गठबंधन को किया कमजोर

रघुवंश प्रसाद सिंह ने सीएम नीतीश कुमार पर हमला जारी रखा। ममता के साथ मंच शेयर करते वक्त तो रघुवंश ने सिर्फ प्रधानमंत्री को निशाने पर रखा, किंतु बाद में पत्रकारों से बातचीत में रघुवंश ने कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर नीतीश ने केंद्र का समर्थन कर महागठबंधन को कमजोर किया है। इसके पहले धरना को संबोधित करते हुए रघुवंश ने प्रधानमंत्री पर देश में तानाशाही शासन थोपने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण गरीबों का पैसा सरकार की नजर में काला धन हो गया है। पूरे देश में अंधेरगर्दी मचाई जा रही है। चुनाव पूर्व भाजपा के वादे की याद दिलाते हुए रघुवंश ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने सभी के खाते में क्भ्-क्भ् लाख रुपये जमा करने का वादा किया था। आज उसे चुनावी जुमला कहते हैं।

चलेगा पोल खोल-हल्ला बोल अभियान : दीपंकर

दूसरी ओर भाकपा माले ने केंद्र सरकार के खिलाफ देशव्यापी पोल खोल-हल्ला बोल अभियान चलाने की घोषणा की है। इसकी शुरुआत ख् दिसंबर को पटना में जन सुनवाई से होगी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने बुधवार को गर्दनीबाग में नोटबंदी के खिलाफ धरना को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि मोदी सरकार खुद कालेधन को सफेद करने में जुटी है और जनता परेशानी है। धरना के बाद दीपंकर भट्टाचार्य ने छज्जूबाग स्थित माले विधायक दल के कार्यालय में पत्रकार वार्ता में कहा कि नोटबंदी के घातक असर और भाजपा-संघ परिवार द्वारा चलाये जा रहे भ्रामक प्रचार के खिलाफ जनसहयोग से अभियान तेज किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि नोटबंदी से प्रभावित लोगों को सरकार अविलंब राहत मुहैया कराए। बिहार सरकार की भी यह जिम्मेदारी है कि सभी कार्यो के लिए पुराने नोट के बदले कूपन जारी करे। दिसंबर का वेतन व मजदूरी के नकद भुगतान करने की व्यवस्था करे। मौके पर माले के राज्य सचिव कुणाल तथा पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा भी उपस्थित थे।