-कहा, विधानसभा का नियंत्रण स्पीकर के हाथ में

PATNA: विधानसभा में विपक्षी सदस्यों ने जो किया, ऐसा आज तक कहीं भी नहीं हुआ है। सब एकतरफा हो रहा था। सत्ता पक्ष के सदस्य शांति से बैठे रहे। क्या-क्या नहीं कहा गया, क्या-क्या फेंका गया, मगर एनडीए के विधायक चुपचाप बैठे रहे। जिस तरह का व्यवहार सदन में किया गया, वह विपक्ष स्पीकर को बताए। नहीं तो स्पीकर साहब को अधिकार है कि जिस तरह का व्यवहार किया गया, उस पर वह कार्रवाई भी कर सकते हैं। हम नहीं कहेंगे कि कार्रवाई कीजिए या मत कीजिए, यह उनका अधिकार है। यह बातें सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को कही।

कभी ऐसा नहीं देखा

विधान परिषद के बाहर सदस्यों के साथ तस्वीर खिंचवाने के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम ने कहा कि मैं 1985 से सदस्य हूं, मगर ऐसा कभी नहीं देखा। स्पीकर को काम नहीं करने दिया गया। आसन को बाधित किया गया। अध्यक्ष को बंधक बना लिया गया। चैंबर से नहीं निकलने दिया गया। पता नहीं कौन इनको सुझाव और सलाह देने वाले लोग हैं।

लोगों के हित में है नया कानून

सीएम ने कहा कि हमने गृह विभाग को कह दिया है कि पुलिस विधेयक से जुड़ी पूरी बात प्रेस कांफ्रेंस कर बताए। विधेयक को लेकर दुष्प्रचार किया गया है, इसे बताया जाएगा। ऐसा कुछ नहीं है कि किसी का अहित करने के लिए यह कानून लाया गया है। यह विधेयक लोगों के हित में है, उनकी रक्षा के लिए है। किसी को परेशान करने के लिए नहीं।

नए मेंबर्स को मिलनी चाहिए ट्रेनिंग

सीएम ने कहा कि विधानसभा की कार्यवाही के नियम-कानून हैं। जो पहली बार निर्वाचित सदस्य हैं, उनकी ट्रेनिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। सबको अधिकार है, अपनी बात सदन में रखने का। इसका तरीका आना चाहिए। सदन की कार्यवाही चलने में सहयोग करना चाहिए। सीएम ने कहा कि विधानसभा और विधान परिषद में पास होने के बाद अब ये सारे विधेयक राज्यपाल के पास जाएंगे। उनकी स्वीकृति मिलने के बाद यह विधेयक लागू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा के उपाध्यक्ष का भी चुनाव हो गया।