-वन महोत्सव की शुरुआत, 15 दिनों में कम से कम डेढ़ करोड़ पौधे लगाए जाएंगे

PATNA: गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार पर्यावरण को लेकर प्रेरक की भूमिका में दिखे। पौधे लगाने के लिए पटनाइट्स को प्रेरित करते हुए सीएम ने वनों के महत्व से संबंधित कविता के मुख्य अंश को पढ़ते हुए कहा कि 'तुम याद करो कैसे वन में खुले ठहाके मारते थे। शेरों को डांटा करते थे। शेरों से बातें करते थे। सुख-दुख में साथ निभाते थे। कैसे फिर याद कराएंगे.' आगे की पंक्तियों में 'बादल से मोहब्बत है तुझको तो पेड़ लगाओ जल के लिए। बच्चों से मोहब्बत है तुझको तो पेड़ लगाओ कल के लिएहर आने वाली पीढ़ी भी बच्चे तेरा गुण गाएंगे.' सीएम ने कहा कि गीत के एक-एक शब्द को समझना होगा। अवसर पर मौजूद विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार को सीएम ने गीत जन-जन तक पहुंचाने का निर्देश दिया। इस दौरान पर्यावरण संरक्षण से संबंधित एक गीत और फिल्म की प्रस्तुति भी दी गई। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि गांव-गांव में इस गीत एवं फिल्म का प्रसारण होना चाहिए, ताकि जन जागरूकता आ सके। मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, विधान पार्षद सीपी सिन्हा आदि मौजूद थे।

15 दिन में लगेंगे डेढ़ करोड़ पौधे

सीएम ने जीवन के लिए जल और हरियाली को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि कार्ययोजना बनाकर प्रदेश में पर्यावरण को संरक्षित किया जाएगा। जल-जीवन-हरियाली अभियान को गांव गांव पहुंचाना है। 15 दिन में डेढ़ करोड़ पौधे लगाने हैं।

सीएम हाउस से शुरुआत

सीएम नीतीश कुमार ने मेहनत से कमाने और लालच त्यागने की सलाह देते हुए कहा कि पर्यावरण क्षति की भरपाई के लिए सबको मिलकर काम करना होगा। लोगों को प्रेरित करना होगा। सौर ऊर्जा ही अक्षय ऊर्जा है। सभी सरकारी भवनों की छतों पर सोलर प्लेट लगाए जा रहे हैं। शुरुआत मुख्यमंत्री आवास से की गई है। सभी सरकारी भवनों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए काम किया जा रहा है। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, कृषि एवं पशु-मत्स्य संसाधन मंत्री प्रेम कुमार, वन पर्यावरण के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने भी संबोधित किया।

मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, विधान पार्षद सीपी सिन्हा, विकास आयुक्त सुभाष शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, पशु मत्स्य संसाधन विभाग की सचिव डॉ। एन। विजयलक्ष्मी, ग्रामीण विकास के सचिव अरविंद कुमार चौधरी, सूचना जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, पशु विज्ञान विवि के कुलपति प्रो। रामेश्वर सिंह, राज्य प्रदूषण बोर्ड के अध्यक्ष एके घोष, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एसएस चौधरी समेत कई अधिकारी मौजूद थे।