- सेंट्रल टीम की सलाह, प्राइवेट हॉस्पिटल्स से करार कर बढ़ाएं हॉस्पिटल्स की संख्या

- स्वास्थ्य मंत्री बोले, केंद्रीय टीम ने माना बिहार ने कोरोना जंग में उदाहरण पेश किया

PATNA: बिहार में कोरोना विस्फोट के बीच आई सेंट्रल टीम ने कंटेनमेंट जोन में सख्ती बढ़ाने के सुझाव दिए हैं। सख्ती से ही संक्रमण की चेन टूटेगी और उसे कंट्रोल किया जा सकेगा। साथ ही हॉस्पिटल्स की संख्या बढ़ाने और प्राइवेट हॉस्पिटल्स से करार कर कोरोना संक्रमितों के इलाज की व्यवस्था करने की सलाह दी गई। राज्य सरकार ने केंद्र से अधिक मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। दो दिवसीय दौरे पर बिहार आई स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की टीम का नेतृत्व संयुक्त सचिव लव अग्रवाल कर रहे थे। दिल्ली लौटने से पहले मंडे को उन्होंने मुख्य सचिवालय में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, मुख्य सचिव दीपक कुमार और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के साथ बैठक कर कोरोना कंट्रोल पर गहन मंथन किया।

सरकारी व्यवस्था पर जताया संतोष

लव अग्रवाल ने बैठक में कोरोना से निपटने के लिए सरकारी व्यवस्था पर संतोष जताया। बिहार में किए गए लॉकडाउन को बेहतर कदम बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे संक्रमण पर कंट्रोल संभव हो पाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बीच स्वास्थ्य विभाग को कोरोना की चेन पकड़ने के प्रयास करने होंगे। चेन पकड़ में आएगी तो संक्रमण से निपटना मुश्किल नहीं रह जाएगा।

स्क्रीनिंग की व्यवस्था करें दुरुस्त

लव अग्रवाल ने मरीजों की पहचान के लिए घर-घर स्क्रीनिंग की भी सराहना की, परन्तु जोर दिया कि यह नियमित प्रक्रिया है इसे जारी रखना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग को आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या बल बढ़ानी होगी। साथ ही दो रोज के अंतराल पर पूर्व में स्क्रीन किए गए घर, व्यक्ति की जांच करने की व्यवस्था बनानी होगी।

सोशल मीडिया की करें मॉनिट¨रग

सेंट्रल टीम में शामिल नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक डॉ। सुजीत कुमार सिंह ने कहा, कोरोना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग काफी जानकारियां दे रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग सोशल मीडिया को भी मॉनिटिर करने की व्यवस्था करे। ताकि मुसीबत में फंसे मरीज अथवा उसके परिजनों को तत्काल राहत दी जा सके।

केंद्र करे अधिक ऑक्सीजन की आपूर्ति

मुख्य सचिव और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने सेंट्रल टीम से अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा कि केंद्र बिहार में और ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करे। क्योंकि समय पर मरीज को ऑक्सीजन मिलने से केस गंभीर होने से बचाए जा सकते हैं। केंद्रीय टीम ने आश्वस्त किया कि बिहार को हर संभव मदद मुहैया कराई जाएगी।

एम्स के डॉक्टर देंगे ट्रेनिंग

कोरोना से लड़ रहे बिहार के डॉक्टरों को अब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली की टीम प्रशिक्षित करेगी। दिल्ली लौटने के पूर्व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने राज्य के मुख्य सचिव से बिहार सरकार द्वारा कोरोना से बचाव के लिए उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए कहा कि दिल्ली में जिस प्रकार कोरोना को नियंत्रित किया गया ठीक वैसा ही काम बिहार में हो इसके लिए एम्स के डॉक्टरों के साथ मिलकर बिहार के डॉक्टरों के लिए प्रशिक्षण का कार्यक्रम सुनिश्चित करेंगे।

कोरोना से जंग में बिहार ने पेश किया उदाहरण : स्वास्थ्य मंत्री

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने केंद्रीय टीम के साथ बैठक के बाद कहा कि केंद्रीय टीम ने कोरोना से निपटने के लिए बिहार सरकार द्वारा प्रारंभ से लेकर अब तक किए गए प्रयासों की सराहना की है। केंद्रीय टीम ने माना है कि बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने इस जंग में एक उदाहरण पेश किया है। सघन आबादी वाला प्रदेश होने के बाद भी यहां अपने संसाधनों से बीमारी का फैलाव काफी हद तक नियंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा केंद्र सरकार से बिहार में और मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति की मांग की गई है।