- प्रदेश में घटनाएं बढ़ी, सुस्त पड़ी कार्रवाई
- साल दर साल घट रही है पुलिस की अपराधियों में हनक
PATNA : पुलिस पीछे रह गई और अपराधियों ने रफ्तार पकड़ ली है। जी हां ये हम नहीं अपराध का ग्राफ बता रहा है। पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो पांच साल में जहां अपराध का ग्राफ बढ़ा है वहीं पुलिस की कार्रवाई में काफी कमी आई है। आए दिन बड़ी वारदात हो रही है और अधिकतर मामलों में पुलिस खुलासा नहीं कर पा रही है। ऐसे में लोगों का विश्वास भी पुलिस से कम होता जा रहा है। पुलिस के आला अफसर जनता में खोए पुलिस के विश्वास को हासिल करने के लिए प्लान तैयार कर रहे हैं लेकिन अपराधियों की चुनौती से वह अपनी मंशा में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं।
- म् माह में दिख गई पुलिस की शिथिलता
पुलिस की शिथिलता म् माह के रिपोर्ट में ही दिख गया है। पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले पांच साल की तुलना में वह काफी पीछे है। अन्य वर्षो के म् माह के आंकड़ों पर नजर डालें तो पुलिस की रेस काफी धीमी है।
- एक नजर में आंकड़ा
पुलिस की उपलब्धि ख्0क्फ् ख्0क्ब् ख्0क्भ् ख्0क्म् ख्0क्7
अपराधियों की अरेस्टिंग 9 क्ख् ख् ब् ख्
अवैध हथियार बरामद क्फ्8 क्ख्ब् ब्7 79 क्7
अवैध हथियार कंट्री मेड क्98क् ख्ख्ब्फ् फ्क्म्9 ख्ब्09 78ख्
बरामद कारतूस क्फ्ब्0फ् क्0887 8म्फ्म् क्ख्ब्9ख् फ्087
बरामद बम ब्क्ब् क्8क् क्8भ् क्भ्9 क्ब्
मिनी गन फैक्ट्री ख्म् भ्ख् ब्0 ख्ख् क्फ्
- एक नजर ख्0क्7 में म् माह की घटनाओं पर
मर्डर - 8क्7
डकैती - क्09
लूट - ब्77
धोखाधड़ी - क्फ्ब्9
चोरी - 80ब्0
अपहरण - ख्8फ्8
दंगा - फ्भ्क्म्
फिरौती के लिए अपहरण - क्ख्
रेप - फ्म्8
रोड डकैती - म्ख्
रोड होल्डअप - फ्म्0
बैंक डकैती - फ्