साइबर अपराधी इतने शातिर हो गए हैं कि उनसे सीनियर एसपी मनु महाराज जैसे अधिकारी भी नहीं बच पा रहे। हाल ही में उनकी फेक आईडी बनाने का मामला सामने आया है। राजधानी पटना में रोज सैकड़ों लोग इसके शिकार हो रहे हैं। ऐसे गिरोह शहर से हजारों किमी दूर से भी इसे संचालित कर रहे हैं। ये फेसबुक, व्हाट्सएप, एपल जैसे नामी कंपनियों के नाम से मिलते-जुलते डोमेन का यूज कर लोगों को फंसाते हैं.

डाटा चोर को क्या फायदा?
ऑनलाइन चोर स्पेसिफिक जानकारियों को इकट्ठा कर एजवर्जाइमेंट एजेंसी को बेच देती है। नाम, उम्र और पता के साथ जो डाटा उपलब्ध है उसकी कीमत काफी अधिक होती है। इस जानकारियों का इस्तेमाल कर आपको तरह-तरह के एड मिलने शुरू हो जाते हैं. 

वायरल मैसेज बना हथियार
डाटा चोरी करने के लिए ये मैसेज को वायरल कराते हैं। आमतौर पर ऐसे मैसेज सीधे किसी अनजान नंबर से न आकर आपके जानने वालों की तरफ से ही आता है। मैसेज में दिए लिंक ओरिजनल यूआरएल से मिलते-जुलते रहते हैं। जैसे 222.ह्यड्डद्वह्यह्वठ्ठद्द.द्बठ्ठ बदले 222.ह्यड्डद्वह्यह्वठ्ठद्द-शद्घद्घद्गह्म्ह्य.द्बठ्ठ जैसे बदले नाम से ठगी होती है। आगे पढि़ए किस-किस तरह के मैसेज से लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है. 

गिफ्ट, मुफ्त रिचार्ज का मैसेज 
यूजर्स को मुफ्त में रिचार्ज कराने का मैसेज आता है। लिंक पर क्लिक करने के बाद मोबाइल नंबर और नाम चुरा लिया जाता है। मैसेज में बताया जाता है कि फॉर्म भरकर जीत सकते हैं आईफोन, जियोनी, सैमसंग का लेटेस्ट मॉडल। एक बार फॉर्म भरने के बाद यूजर्स ठगे जाते हैं और उनके हाथ कुछ भी नहीं आता. 

फॉरवार्ड एंड अर्न 
यह मैसेज 10 लोगों को फॉरवार्ड  करेंगे तो 280 रुपए का बैलेंस मिलेगा। लेकिन कभी कोई बैलेंस नहीं मिलता उलटे हम अपने दोस्तों को मैसेज फॉरवार्ड कर इन डाटा चोरों का प्रचार की करते जाते हैं. 

ऐसे मैसेज से रहें अलर्ट
व्हाट्सएप का पिंक थीम पाने के लिए यहां क्लिक करें या हमेशा फ्री वॉट्सएप के लिए इस मैसेज को फॉरवार्ड करें जैसे संदेश भी फेक हैं। इसी तरह ठग एपल, गुगल, व्हाट्सएप, फेसबुक, सैमसंग या जियो जैसे कंपनियों द्वारा ऑफर बताकर लोगों से अनजाने लिंक्स पर क्लिक करने के लिए लुभाते हैं। ऐसे लिंक पर क्लिक करने से मोबाइल का डाटा भी हैक हो सकता है। इससे अलर्ट रहने की जरूरत है.

व्हाट्सएप
का इनकार, नहीं करते मैसेज
जब आई नेक्स्ट ने ऐसे फेक मैसेज के बारे में व्हाट्सएप से संपर्क किया तो उन्होंने ऐसे मैसेज करने से साफ इंकार किया है। व्हाट्सएप ने अपने ब्लॉग के माध्यम से यूजर्स के लिए एडवायजरी भी जारी की है, इसमें इन मैसेज को इग्नोर करने की सलाह दी गई है.


इन दिनों ऐसे क्राइम काफी हो रहे हैं। यह आईटी एक्ट में क्रिमिनल ऑफेन्स माना गया है। सावधानी जरूरी है। अगर आपको लगे कि डाटा चोरी होने से आपका नुकसान हुआ है तो एफआईआर कराएं. 
- आलोक रंजन, साइबर क्राइम लॉयर, पटना हाईकोर्ट

अफसर भी नहीं बच सकते 

साइबर अपराधी इतने शातिर हो गए हैं कि उनसे सीनियर एसपी मनु महाराज जैसे अधिकारी भी नहीं बच पा रहे। हाल ही में उनकी फेक आईडी बनाने का मामला सामने आया है। राजधानी पटना में रोज सैकड़ों लोग इसके शिकार हो रहे हैं। ऐसे गिरोह शहर से हजारों किमी दूर से भी इसे संचालित कर रहे हैं। ये फेसबुक, व्हाट्सएप, एपल जैसे नामी कंपनियों के नाम से मिलते-जुलते डोमेन का यूज कर लोगों को फंसाते हैं।

 

डाटा चोर को क्या फायदा?

ऑनलाइन चोर स्पेसिफिक जानकारियों को इकट्ठा कर एजवर्जाइमेंट एजेंसी को बेच देती है। नाम, उम्र और पता के साथ जो डाटा उपलब्ध है उसकी कीमत काफी अधिक होती है। इस जानकारियों का इस्तेमाल कर आपको तरह-तरह के एड मिलने शुरू हो जाते हैं. 

 

वायरल मैसेज बना हथियार

डाटा चोरी करने के लिए ये मैसेज को वायरल कराते हैं। आमतौर पर ऐसे मैसेज सीधे किसी अनजान नंबर से न आकर आपके जानने वालों की तरफ से ही आता है। मैसेज में दिए लिंक ओरिजनल यूआरएल से मिलते-जुलते रहते हैं। जैसे www.samsung.in, www.samsung-offers.in जैसे बदले नाम से ठगी होती है। आगे पढि़ए किस-किस तरह के मैसेज से लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है. 

 

गिफ्ट, मुफ्त रिचार्ज का मैसेज 

यूजर्स को मुफ्त में रिचार्ज कराने का मैसेज आता है। लिंक पर क्लिक करने के बाद मोबाइल नंबर और नाम चुरा लिया जाता है। मैसेज में बताया जाता है कि फॉर्म भरकर जीत सकते हैं आईफोन, जियोनी, सैमसंग का लेटेस्ट मॉडल। एक बार फॉर्म भरने के बाद यूजर्स ठगे जाते हैं और उनके हाथ कुछ भी नहीं आता. 

 

फॉरवार्ड एंड अर्न 

यह मैसेज 10 लोगों को फॉरवार्ड  करेंगे तो 280 रुपए का बैलेंस मिलेगा। लेकिन कभी कोई बैलेंस नहीं मिलता उलटे हम अपने दोस्तों को मैसेज फॉरवार्ड कर इन डाटा चोरों का प्रचार की करते जाते हैं. 

 

ऐसे मैसेज से रहें अलर्ट

व्हाट्सएप का पिंक थीम पाने के लिए यहां क्लिक करें या हमेशा फ्री वॉट्सएप के लिए इस मैसेज को फॉरवार्ड करें जैसे संदेश भी फेक हैं। इसी तरह ठग एपल, गुगल, व्हाट्सएप, फेसबुक, सैमसंग या जियो जैसे कंपनियों द्वारा ऑफर बताकर लोगों से अनजाने लिंक्स पर क्लिक करने के लिए लुभाते हैं। ऐसे लिंक पर क्लिक करने से मोबाइल का डाटा भी हैक हो सकता है। इससे अलर्ट रहने की जरूरत है।

 

व्हाट्सएप का इनकार, नहीं करते मैसेज

जब आई नेक्स्ट ने ऐसे फेक मैसेज के बारे में व्हाट्सएप से संपर्क किया तो उन्होंने ऐसे मैसेज करने से साफ इंकार किया है। व्हाट्सएप ने अपने ब्लॉग के माध्यम से यूजर्स के लिए एडवायजरी भी जारी की है, इसमें इन मैसेज को इग्नोर करने की सलाह दी गई है।

 

 

इन दिनों ऐसे क्राइम काफी हो रहे हैं। यह आईटी एक्ट में क्रिमिनल ऑफेन्स माना गया है। सावधानी जरूरी है। अगर आपको लगे कि डाटा चोरी होने से आपका नुकसान हुआ है तो एफआईआर कराएं. 

- आलोक रंजन, साइबर क्राइम लॉयर, पटना हाईकोर्ट