- दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन ठप, सात जोड़ी ट्रनें रद

- ¨सघिया-कुशेश्वर स्थान मुख्य पथ पर पानी चढ़ने से आवागमन ठप

MUZAFFARPUR: उत्तर बिहार में मंगलवार को भी बाढ़ का कहर जारी रहा। समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड के चक¨सकदर में नून नदी का बांध टूट गया। इससे कई गांवों में तेजी से पानी फैल रहा है। बांध की मरम्मत का प्रयास जारी था। वहीं ¨सघिया प्रखंड की सात पंचायतों के अधिकांश घरों में कोसी का पानी घुस गया है। ¨सघिया- कुशेश्वर स्थान मुख्य पथ पर भी पानी चढ़ने से आवागमन ठप हो गया है। समस्तीपुर जिले के मोहनपुर में गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है। समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड के थलवारा-हायाघाट के मध्य पुल संख्या 16 (किमी 22/06-08) पर बागमती का जलस्तर बढ़ने से मंगलवार की दोपहर बाद से रेल परिचालन बंद कर दिया गया। सात जोड़ी ट्रेनों का परिचालन रद कर दिया गया। छह ट्रेनों का अलग-अलग स्टेशनों पर आंशिक समापन किया गया। 16 ट्रेनों का परिचालन मार्ग परिवर्तित कर किया जा रहा है। नदी का पानी बढ़ने से हायाघाट- थलवारा के बीच रेल पुल नंबर 16 पर दबाव बढ़ गया है। पानी गार्डर के करीब पहुंचने से खतरे का निशान 45.72 सेंमी से ऊपर चला गया है।

रोड पर बह रहा डेढ़ फीट पानी

उधर, पश्चिम चंपारण में गंडक समेत पहाड़ी नदियों के जलस्तर में कमी रही। फिर भी संकट बरकरार है। गंडक बराज से शाम तक 2.76 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। रामनगर में सोमवार को दोन नहर का सुरक्षा बांध टूटने से कई गांवों में पानी घुस गया है। पूर्वी चंपारण के बंजरिया, सुगौली और पताही प्रखंड क्षेत्र में स्थिति यथावत है। मधुबनी जिले के बेनीपट्टी प्रखंड के तीन दर्जन गांव बाढ़ से घिरे हैं। नवगाछी गांव में बांध पर लोग रह रहे हैं। सीतामढ़ी के बेलसंड-परसौनी पथ पर डेढ़ फीट पानी बह रहा है। मेजरगंज थाना क्षेत्र के खैरवा गोट में बाढ़ के पानी में डूबने से बालक की मौत हो गई। शिवहर में बागमती नदी के जलस्तर में हल्की गिरावट आई है। हालांकि, निचले इलाकों में मनुषमारा नदी का पानी फैल रहा है। मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट, साहेबगंज, कटरा, औराई प्रखंड में स्थिति गंभीर है।