- स्टेशन अधीक्षक सहित पैनल रूम के पांच कर्मियों से की गई पूछताछ

- संदिग्धों की टोह में जुटे हैं अधिकारी, छापेमारी की संभावना

DARBHANGA:

दरभंगा जंक्शन पर पार्सल में हुए विस्फोट (ब्लास्ट) की जांच में जुटी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की टीम दूसरे दिन मंगलवार को भी प्लेटफार्म संख्या-एक पर पहुंची। सुबह 11 बजे से सात सदस्यीय टीम देर शाम तक अतिविशिष्ट प्रतीक्षालय दरभंगा हाल में लोगों का बयान दर्ज करती रही। इस दौरान स्टेशन अधीक्षक एके सिंह सहित पैनल रूम के पांच कर्मियों का बयान दर्ज किया गया। बारी-बारी से उनसे घटना के संबंध में जानकारी ली गई।

कई पहलुओं पर मंथन

सूत्रों के अनुसार सभी से क्या देखा, कैसे घटना हुई, घटना के बाद कैसी रही गतिविधि, स्टेशन के जवाबदेह अधिकारी होने के कारण तत्काल उनके द्वारा क्या कार्रवाई की गई आदि विषयों पर जानकारी ली गई। बयान दर्ज करने दौरान स्टेशन की सुरक्षा और यात्रियों की संख्या पर भी कई सवाल किए गए। सभी सवालों का जवाब मिलने के बाद संबंधितों से हस्ताक्षर भी कराए गए। इस दौरान राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) के जवान तैनात रहे। जीआरपी थानाध्यक्ष हारूण रशीद लगातार आ-जा रहे थे। बताया जाता है कि वे एनआइए अधिकारी के निर्देश का अनुपालन कर रहे थे। थोड़ी-थोड़ी देर पर एनआइए के एक-दो अधिकारी मीडिया से दूरी बनाकर बाहर भी निकल रहे थे। बिना किसी से बात किए स्टेशन का मुआयना कर रहे थे। यात्री किस-किस मार्ग से स्टेशन आते हैं और कैसे बाहर निकलते हैं, उनका अवलोकन कर रहे थे।

विदित हो कि सोमवार को एनआइए के अधिकारियों ने पार्सल विभाग के पांच कर्मियों सहित चाइल्डलाइन के कर्मी, वेंडर, कुछ यात्रियों सहित कुल 10 लोगों के बयान दर्ज किए थे। संभावना व्यक्त की जा रही है कि पूरी टीम अभी दरभंगा में रहेगी।

एनआइए कर सकती है छापेमारी

बताया जाता है कि एनआइए अंदर ही अंदर बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। जानकारों का कहना है कि टीम का दो दिनों से दरभंगा में होना बड़ी कार्रवाई की ओर इशारा कर रहा है। बहुत जल्द कुछ संदिग्धों की खोज में टीम छापेमारी कर सकती है।

25 जून को पहली बार आई थी टीम 17 जून को ब्लास्ट के बाद एनआइए की टीम पहली बार 25 जून को आई थी। इस दौरान पार्सल अनलोड करने वाले सुपरवाइजर अरुण कुमार राय सहित तीन गवाहों के बयान दर्ज किए थे। इस बार फिर से इन लोगों का बयान कलमबद्ध किया गया है।