PATNA : 'पर्वत पुरुष' दशरथ मांझी कौशल विकास योजना अंतर्गत संचालित पाठ्यक्रम में क्फ्भ्फ्0 महादलित युवा ट्रेंड होंगे। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग ने ट्रेनिंग को लेकर जरूरी निर्देश जारी किया है। राज्य सरकार ने दिवंगत दशरथ मांझी की स्मृति में यह योजना शुरू की है।

सरकार ने महादलित युवक-युवतियों के लिए कौशल विकास योजना को निदान, आइआइएम और ईसीआईएल आदि संगठनों के माध्यम से जिलों में आरंभ किया है। जो ट्रेड चयनित

किए गए हैं, उनमें डीटीपी और इंटरनेट, इलेक्ट्रिकल वायरिंग, कम्प्यूटर एकाउंटिंग, भवन निर्माण, साइट सपोर्ट, सिक्योरिटी गार्ड, मोबाइल रिपेयरिंग, ?यूटीशियन कोर्स, हॉस्पिटैलिटी एवं सालिड वेस्ट मैनेजमेंट शामिल हैं।

ट्रेनिंग के लिए इंटर की योग्यता

सरकार ने मोबाइल रिपेयरिंग के लिए न्यूनतम योग्यता इंटरमीडिएट रखी है। पटना, गया, नालंदा और भागलपुर को इस पाठ्यक्रम के लिए चुना गया है। ?यूटीशियन कोर्स केवल मुजफ्फरपुर में संचालित होगा। छह महीने के इस कोर्स की न्यूनतम योग्यता आठवीं पास है। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए पांचवी पास योग्यता है और पटना जिले में ही केवल इसे लागू किया गया है।

बीमार गुरुजी को शिक्षक कोष से मदद

सरकारी गुरुजी के हित में बिहार सरकार ने बड़ा फैसला किया है। गुरुजी या उनके परिवार के मेंबर को गंभीर बीमारी होने पर सरकार इलाज में मदद देगी। इलाज का खर्च शिक्षक कोष से होगा। शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर इसकी सूचना सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारी और कार्यक्रम पदाधिकारी को उपलब्ध करा दी है। योजना तत्काल प्रभावी हो इसके लिए विभाग ने शिक्षकों से आवेदन प्राप्त करने का फॉर्मेट बनाया है। शिक्षा विभाग के अनुसार वर्षो से शिक्षकों की मांग थी जिस पर अमल हो रहा है। सरकारी आदेश के साथ ही योजना प्रभावी हो गई। नियोजित से लेकर स्थायी शिक्षक और कार्यरत तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मी भी इस योजना से लाभ ले सकेंगे।

कहां से मिलेगा आवेदन पत्र

बीमारी के इलाज के लिए आवेदन पत्र बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की वेबसाइट और माध्यमिक शिक्षक संघ कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है। शिक्षक या उसके परिजन के आवेदन को पहले स्कूल के प्रिंसिपल और इसके बाद माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष या सचिव अनुमोदित करेंगे। इसके बाद आवेदन विद्यालय परीक्षा समिति में जाएगा जहां से इलाज की राशि गुरुजी को मिल सकेगी। ज्ञात हो कि इसकी मांग विभिन्न शिक्षक संगठनों की ओर से की जा रही थी।

नौ ट्रेड को जीवनोपयोगी ट्रेनिंग के लिए चुना गया है। महादलित युवक एवं युवतियों के लिए संबंधित जिलों में प्रशिक्षण की व्यवस्था शुरू की गई है। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम को अन्य जिलों में भी शीघ्र विस्तार दिया जाएगा।

-संतोष कुमार निराला, मंत्री, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग