-ग‌र्ल्स हॉस्टल के चौथे फ्लोर पर कमरा नंबर 70 में अकेली रहती थीं डॉ। शिवांगी

- एनएमसीएच के एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट में थी सीनियर रेजिडेंट

- कमरे से नहीं मिला सुसाइड नोट, मामले की जांच में जुटी पुलिस

PATNA : पटना मेडिकल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) के ग‌र्ल्स पीजी हॉस्टल में एक लेडी डॉक्टर शिवांगी गुप्ता का संदिग्ध हालत में शव मिला। पटना के बाइपास स्थित रामकृष्ण नगर थाना क्षेत्र के जकारियापुर स्थित जगन्नाथ अपार्टमेंट की रहने वाली थी। फिलहाल पीएमसीएच के ग‌र्ल्स हॉस्टल के चौथे मंजिल पर कमरा नंबर 70 में अकेले रहती थी। हाल ही में एनएमसीएच में सीनियर रेजिडेंट के पद पर उनकी नियुक्ति हुई थी। सूचना मिलते ही पीरबहोर थाना और पीएमसीएच टीओपी की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की।

अंदर से बंद था कमरा

पुलिस से मिली जानकारी के अुनसार, मंगलवार को सबकुछ ठीक-ठाक था। बुधवार जब सुबह देर तक उनका कमरा नहीं खुला तो हॉस्टल में रहने वाली उनकी दोस्तों ने बाहर से काफी देर तक आवाज लगाई। कमरे के अंदर से जब शिवांगी ने कोई जवाब नहीं दिया तो दोस्तों ने फोन से इसकी जानकारी उनके पिता को दी। कुछ देर बाद ही डॉक्टर शिवांगी का परिवार पीएमसीएच के ग‌र्ल्स हॉस्टल पहुंच गया। परिवार के लोगों ने भी कमरे के बाहर से काफी आवाज लगाई। उसके मोबाइल फोन पर भी कई बार कॉल की गई। लेकिन फोन भी कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद परिवार के लोगों ने कमरे के गेट को तोड़ दिया। परिवार के लोग जब कमरे में गए तो देखा कि डॉ। शिवांगी का शव बेड पर पड़ा हुआ था। इसकी सूचना तत्काल पीएमसीएच टीओपी प्रभारी प्रवीण कुमार को मामले की जानकारी दी गई। पीरबहोर थाना और टीओपी की टीम ने मौके पर पहुंचकर मामले की छानबीन की।

नहीं मिला सुसाइड नोट

पटना के सीनियर एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि जिस कमरे में डॉ। शिवांगी का शव मिला, वहां से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पोस्टमॉटर्म रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि डॉ। शिवांगी ने आत्महत्या की थी या उनकी मौत का कोई और कारण था।

शरीर पर नहीं मिले निशान

एसएसपी ने बताया कि डॉ। शिवांगी की बॉडी पर जख्म के कोई निशान नहीं मिले। पुलिस उनके परिजनों से भी पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है। इसके अलावा उनकी दोस्तों और हॉस्टल में रहने वाली अन्य डॉक्टरों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस कई एंगल से जांच कर रही है।

मौत बनी मिस्ट्री

थानेदार रिजवान अहमद ने बताया कि पूरा मामला सस्पेक्टेड है। उन्होंने बताया कि इस बात की आशंका जताई जा रही है कि डॉ। शिवांगी की मौत जहर खाने या जहरीला इंजेक्शन लिया होगा। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मौत कैसे हुई इसकी वजह जानने के लिए बिसरा जांच भी कराई जाएगी। डॉ। शिवांगी के संदिग्ध और रहस्यमयी मौत के पीछे की वजह क्या है। पुलिस इसके बारे में पता लगाने में जुटी हुई है।

एनएमसीएच में थीं पोस्टेड

डॉ। शिवांगी के दोस्तों ने बताया कि वह बीते 27 अगस्त को एनएमसीएच के एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट में सीनियर रेजिडेंट के पद पर ज्वाइन की थी। उन्होंने बताया कि उनका चयन सारण जिले में जनरल मेडिकल अफसर के रूप में भी हुआ था। लेकिन वहां अब तक ज्वाइन नहीं की थी। उनके बैचमेट और एनएमसीएच में ही सीनियर रेजिडेंट डॉ। ओम प्रकाश ने बताया कि वह कभी भी तनाव में नहीं दिखी। वह बीते शनिवार को नॉर्मल थी। वह सबसे सामान्य ढंग से बातचीत कर रही थी। वर्ष 2009 में उसने पीएमसीएच से एमबीबीएस किया था। इसके बाद पीएमसीएच से ही 2017-2020 के सेशन में पीजी से पास आउट थी।