-प्राइवेट क्लिनिक में इलाज कराने पहुंचे दो पेशेंट में डेंगू की पुष्टि

PATNA: पटना में डेंगू के डंक का आतंक शुरू हो गया है। हद तो यह है इस मामले को लेकर सबसे पहले दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने खबर प्रकाशित की थी। जून के अंतिम हफ्ते में पटना सिटी के गायघाट इलाके में डेंगू के लार्वा मिलने का मामला सामने आया था। लेकिन अलर्ट करने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने लापरवाही बरती। यही वजह है कि बुधवार को इसके दो मामले मिले हैं। इसकी पुष्टि पटना के रामनगनी मोड़ के एक प्राइवेट क्लिनिक में हुई है। जून के अंतिम हफ्ते में इस मामले को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय, पटना की ओर से संवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी बरतने का निर्देश था। लेकिन कार्रवाई और निगरानी कागजों पर ही होती रही।

एलाइजा में पॉजिटिव तभी डेंगू

पीएमसीएच के प्रो। डॉ। राजीव सिंह ने बताया कि तेज बुखार और दर्द की शिकायत लेकर आए दो पेशेंट्स की संदेह के आधार पर डेंगू जांच कराई गई थी। डेंगू किट में एनएस-1 और आईजीजी-आईजीएम पॉजिटिव आया था। उनका इलाज चल रहा है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग एलाइजा जांच में पॉजिटिव आए लोगों को ही डेंगू पेशेंट मानता है। पटना की कुछ लैब तो डेंगू किट से जांच कर उसे एलाइजा टेस्ट लिखकर भी देते हैं। बारिश के मौसम में अपार्टमेंट के बेसमेंट, गमलों, टायरों और खुले में पानी संग्रह करने वाले बर्तनों में बारिश का पानी डेंगू के डंक को और बढ़ाने का कारण रहा है। डॉक्टरों की राय में शुरू से ही अलर्ट रहना जरूरी है।

एलाइजा टेस्ट डेंगू के लिए कनफरमेटरी टेस्ट होता है। इसलिए यह टेस्ट यहां कराया जाता है। यहां डेंगू पेशेंट के इलाज के लिए 20 बेड का अलग वार्ड बनाया गया है।

-डॉ विद्यापति चौधरी, प्रिसिंपल पटना मेडिकल कॉलेज