-डीजीपी ने चार जिलों के अफसरों को दिया अल्टीमेट

न्क्त्रन्/क्कन्ञ्जहृन् : प्रदेश के डीजीपी के.एस द्विवेदी ने गुरुवार को पुलिस अफसरों से साफ तौर पर कहा कि गिरफ्तारी हेतु लंबित कांडों को हर हाल में एक महीने के अंदर निष्पादित करें। गंभीर कांडो के निष्पादन में किसी भी तरह की उदासीनता हरगिज बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जुलाई में मुख्यालय दुबारा इसकी समीक्षा भी करेगा। जल्द से जल्द पुराने लंबित मामलों का निपटारा करें, जिससे कि नए केसों पर फोकस किया जा सके। डीजीपी द्विवेदी आरा पुलिस ऑफिस में भोजपुर, रोहतास, बक्सर एवं कैमूर जिले के एसपी एवं डीएसपी के साथ समीक्षात्मक बैठक करने के बाद मीडिया से बात कर रहे थे।

3 मुख्य बिन्दुओं पर दिया जोर

उन्होंने कहा कि बैठक का तीन मुख्य उद्देश्य है। पहला अपराध नियंत्रण, दूसरा लंबित कांडों का निष्पादन एवं तीसरा अनुसंधान की गुणवत्ता में अपेक्षाकृत सुधार प्रमुख है। डीजीपी ने स्वीकार किया की हत्या एवं रेप की घटनाएं जरूर बढ़ी हैं, लेकिन इस तरह के मामलों में अंकुश लगाने का प्रयास तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि रिव्यू के जरिए अफसरों के पारफारमेंस का भी पता लगाया जा रहा है। डीजीपी के साथ सीआईडी के एडीजी विनय कुमार एवं मगध सह शाहाबाद के रेंज डीआईजी विनय कुमार मौजूद थे। डीजीपी बनने के बाद पहली बार आरा पहुंचे पुलिस महानिदेशक द्विवेदी ने भोजपुर, रोहतास, बक्सर एवं कैमूर जिले की अनुमंडलवार समीक्षा की।

बैंकों के आसपास सिविल ड्रेस में होंगे अफसर

डीजीपी ने कहा संपत्ति मूलक अपराध को रोकने के लिए पुलिस प्रयासरत है। बहुत हद तक अंकुश भी लगा है। सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है, बैंक समेत संवेदनशील स्थानों पर सिविल में भी पुलिस अफसरों की तैनाती रहेगी। जिससे कि अपराधियों पर नकेल कसा जा सके। सिविल में तैनात अफसर एवं जवान वहां की गतिविधियों पर नजर रखेंगे। सभी एसपी को आदेश जारी कर दिया गया है।