- 10 दिनों में हुई लिखा-पढ़ी का डीआईजी ने मांगा लेखा-जोखा

- थानेदारों की लापरवाही आई सामने तो होगी कार्रवाई

PATNA : छात्राओं और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर क्या प्रयास किया और आरोपियों पर क्या कार्रवाई की गई। दस दिनों के अभियान में पुलिस की सक्रियता जानने के लिए डीआईजी ने थानेदारों से रिपोर्ट तलब की है। सोमवार को रिपोर्ट के आधार पर समीक्षा की जाएगी और जो भी थाना प्रभारी इसमें लापरवाही करता पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इन बिंदुओं पर देखा जाएगा काम

डीआईजी शालिन ने रविवार को निर्देश जारी कर थानेदारों से अभियान की जो रिपोर्ट मांगी है उसमें कार्रवाई का पूरा डाटा है। पुलिस के पास कितनी महिलाएं और छात्राओं ने दस दिनों में शिकायत की और उस पर क्या एक्शन लिया गया। पुलिस ने अपने स्तर से महिला सुरक्षा को लेकर क्या प्रयास किया। फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया पर अश्लील कमेट व अश्लील कॉल की कितनी शिकायत थाना में आई। अश्लील गाना बजाने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। महिला छात्रावास और स्कूल के आस पास सुरक्षा को लेकर क्या प्रयास किया गया। मनचलों और छात्राओं का पीछा करने वालों के खिलाफ कितनी कार्रवाई की गई। ऐसे मामलों में और क्या निरोधात्मक कार्रवाई की गई है।

एसपी डीएसपी के साथ समीक्षा

रिपोर्ट मिलने के बाद डीआईजी एसपी और डीएसपी के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। इसमें हर थाना की बिंदुवार समीक्षा होगी जिसमें लापरवाह थानेदारों की सूची बनाकर उन्हें चेतावनी दी जाएगी। इसके बाद भी अभियान में थानेदारों की कार्रवाई में तेजी नहीं आई तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। डीआईजी ने एसपी और डीएसपी को इसके लिए निर्देश जारी कर दिया है। वह अभियान की मानीटरिंग अधिकारियों से करा रहे हैं।

थानेदारों से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। बहुत जल्द एसपी और डीएसपी के साथ थानेदारों की कार्रवाई की समीक्षा की जाएगी। लापरवाही सामने आई तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। महिला अपराध में अफसर और थानेदार को कहीं से कोई एक्सक्यूज नहीं है।

- शालिन, डीआईजी पटना