पटना (ब्यूरो)। अगर आपको राजधानी के दीघा हाट से पटना जंक्शन तक सड़क मार्ग से जाना हो तो यकीन मानिए, आपके पसीने छूट जाएंगे। खराब ट्रैफिक लाइट्स, ई रिक्शा, ऑटो और सीएनजी बसों का बेलगाम होकर रोड पर चलना और ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का पूरी तरह मुस्तैद न होना दीघा हाट से गांधी मैदान होते हुए पटना जंक्शन तक के यातायात को बाधित कर रहा है। इस रूट पर बड़ी संख्या में ऐसे लोग सफर करते हैं जिन्हें दानापुर से पटना जंक्शन ट्रेन पकडऩे और सिटी से आने वाले लोगों को गांधी मैदान होते हुए एयरपोर्ट फ्लाइट पकडऩी होती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिपोर्टर को इस 12 किमी के सफर को बाइक से पूरा करने में एक घंटा 10 मिनट का समय लगा। आइए जानते हैं इस रूट पर किन-किन दिक्कतों का सामना करना पड़ा

ट्रैफिक लाइट खराब

शहर की ट्रैफिक लाइट्स का हाल खस्ता है। किसी एक चौराहे की बात नहीं। दीघा हाट से कुर्जी मोड़, राजापुर पुल, गोल घर सहित अधिकांश चौराहों पर ट्रैफिक लाइट खराब हंै। इस वजह से राह चलने वाले लोग ट्रैफिक नियमों कीे भी अनदेखी कर रोड पार कर रहे थे। राजापुर पुल और कुर्जी मोड़ को छोड़ बीच चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस की भी ड्यूटी नहीं लगाई गई।

ट्रैफिक नियमों के प्रति नहीं है गंभीर

डीजे आई नेक्स्ट की टीम को अपने इस सफर के दौरान यह भी देखने को मिला कि बहुत से पटनाइट्स ट्रैफिक नियमों के प्रति गंभीर नहीं हैं। जेब्रा क्रॉसिंग को तोड़ते हुए आगे बढ़ जाते है। रिपोर्टर द्वार पूछने पर कई वाहन चालकों को जेब्रा कॉसिंग के बारे जानकारी ही नहीं है। यू टर्न नहीं होने के बावजूद जगह मिलने पर रोड पार करने लगते हैं। जिससे ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ती है।

9.00 बजे हुआ सफर शुरू

दीघा हाट से दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने बाइक से सुबह के 9 बजे अपना सफर शुरू किया। आगे बढ़ते ही पहला ट्रैफिक सिग्नल पड़ा जो पूरी तरह खराब था। अटल पथ मोड़ पर ट्रैफिक पुलिस की मुस्तैदी नहीं होने के चलते यातायात प्रभावित हो रहा था और चौराहे पर जाम की स्थिति बन गई थी। हालांकि सुबह के समय होने चलते ट्रैफिक धीरे-धीरे बढ़ रहा था।

दीघा हाट से अटल पथ मोड़ तक जाम

दीघा हाट से अटल पथ मोड़ की दूरी महज 200 मीटर है। जैसे ही दीघा हाट से गाड़ी बढ़ी जाम लगा हुआ था। सड़क के दोनो तरफ ठेले वालों का कब्जा था, जबकि सब्जी बेचने के लिए सरकार की ओर से जगह हाट परिसर में निर्धारित की गई है। ट्रैफिक सिग्नल खराब होने के चलते लोग नियम का पालन भी नहीं कर रहे थे। यहां अटल पथ मोड़ तक जाने में 10 मिनट का समय लगा जबकि सड़क खाली होने पर महज एक मिनट का वक्त लगता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि ठेले वालों की वजह से यहां दिन भर यही हाल रहता है।


राजापुर पुल पुल के पास जाम

हमारी टीम राजापुर पुल पहुंची। चौराहे से पहले जाम लगा था। राजापुर पुल चौराहे पर ऑटो वालों का कब्जा होने के चलते यातायात प्रभावित था। ट्रैफिक पुलिस मौन खड़ी थी। वाहन रेंग-रेंग कर गांधी मैदान की तरफ आगे बढ़ रहे थे। बोरिंग रोड चौराहे की तरफ से आने वाले ट्रैफिक और सड़क पर सब्जी बाजार के चलते यहां दिन भर जाम का झाम लगा रहता है। लोगों ने बताया कि सुबह शाम ज्यादा जाम रहता है।

डीएम आवास से कारगिल चौक जाने में लगे 10 मिनट

डीएम आवास से कारगिल चौक महज 150 मीटर की दूरी पर है। मगर शहर की खराब टै्रफिक व्यवस्था के कारण सफर को तय करने में 10 मिनट का समय लग रहा है। ये हालत किसी एक दिन की नहीं है। यहां मेट्रो निर्माण की वजह से ट्रेफिक को डायवर्ट किया गया है। इस वजह से हमेशा जाम रहता है। यहां पुलिस वाले मुस्तैदी से अपनी जिम्मेवारी निभा रहे थे। इसके बावजूद जाम लग गया था।

कालिदास रंगालय के पास भी जाम

कारगिल चौक से पटना जंक्शन की तरफ जैसे ही टीम आगे बढ़ी। तो कालिदास रंगालय के पास जाम लगा था। हालांकि ट्रैफिक पुलिस के जवान ड्यूटी कर रहे थे। खेतान मार्केट की तरह से आने वाले ट्रैफिक को कन्ट्रोल करना मुश्किल था। बताते चलें कि यहां खेतान मार्केट मार्ग में वनवे है। इसके बावजूद लोग नियम का पालन नहीं करते हैं जिसका प्रभाव गांधी मैदान -पटना जंक्शन मुख्य मार्ग पड़ता है।

पटना जंक्शन जीपीओ के बीच भी जाम

इसके बाद हमारी टीम पटना जंक्शन से जीपीओ की ओर बढ़ी मगर ये सफर भी आसान नही था। जीपीओ पहुंचने में 20 मिनट का वक्त लगा। जबकि दूरी महज 200 मीटर है। खाली रहने पर एक मिनट में इसे आसानी से पार कर सकते हैं। पर्याप्त संख्या ट्रैफिक पुलिस ड्यूटी लगने के बाद भी यहां ट्रैफिक सिस्टम कन्ट्रोल में नहीं है। पटना जंक्शन फ्लाई ओवर के नीचे और सड़कें दोनो तरफ अवैध रूप से संचालित मार्केट की वजह से जाम लगा था। फ्लाई ओवर के नीचे वाहन पार्किंग के लिए जगह निर्धारित है लेकिन बाजार संचालित होने के कारण लोग बीच सड़क पर ही वाहन पार्किंग करते हैं। 40 फीट चौड़ा सड़क 15 फीट का हो गया है तो जाम लगना स्वभाविक है।

ई रिक्शा, ऑटो, टैंपो बड़ी वज

दीघा, राजापुर पुल, कारगिल चौक, पटना जंक्शन के आसपास ई -रिक्शा, की अराजकता देखने को मिली। जहां इन्हें सवारियां मिलती हंै। वे उन्हें बैठाने के लिए वाहन रोक देते हैं। इस पूरे रूट पर टैम्पो और ई रिक्शा ट्रैफिक बाधित करने का सर्वाधिक काम करते नजर आ रहे हैं।

सरकारी बस भी बनी जाम की वजह

बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के द्वारा संचालित सीएनजी बसों का रूट और स्टॉपेज निर्धारित है। बावजूद सेल बढ़ाने के लिए बस कंडक्टर जहां मन होता है वहीं बस को रोक कर सवारी भरने लगते हैं, जबकि निर्धारित स्टॉप पर तो कभी बस रुकती ही नहीं । बस रुकने के लिए शहर में लाखों रूपए खर्च कर स्मार्ट बस स्टॉप भी बनाए गए, लेकिन बस स्टॉप को ऑटो स्टैंड बना दिया गया है।