-तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पटना में महापंचायत का आयोजन

PATNA: एमएसपी का मामला केवल बड़े किसानों का नहीं है बल्कि इसका खामियाजा छोटे किसानों को भी भुगतना होगा। देश के हर हिस्से में किसानों को एमएसपी मिलनी चाहिए। यह बातें भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कही। वे महापंचायत में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। दरअसल, तीन कृषि कानूनों के खिलाफ गुरुवार को पटना स्थित गेट लाइब्रेरी कैंपस में भाकपा माले, अखिल भारतीय किसान महासभा और खेग्रामस ने महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में किसान-मजदूर शामिल हुए।

मजबूती से खड़े हैं किसान

उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी के लोग पंजाब और बिहार को एक-दूसरे के विरोध में खड़ा करना चाहते हैं लेकिन इस महापंचायत ने साफ संदेश दिया है कि बिहार के किसान भी आज मजबूती से खड़े हो चुके हैं। उन्होंने यह आह्वान किया कि संयुक्त किसान मोर्चा की अपील पर 26 मार्च को आहूत भारत बंद को ऐतिहासिक बनाएं।

बंदिशों को ध्वस्त कर जुटे हैं किसान

पंजाब से आए किसान नेता गुरुनाम सिंह भक्खी ने कहा कि केंद्र सरकार की सभी बंदिशों को ध्वस्त करते हुए हम पिछले वर्ष के 26-27 नवंबर से दिल्ली सीमा पर जमे हैं। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई केवल पंजाब-हरियाणा के किसानों की नहीं है। यदि हमारी खेती और जमीन ही कारपोरेट के हवाले हो जाएगी तो हम खाएंगे क्या? राजद नेता उदय नारायण चौधरी, साहित्यकार प्रेम कुमार मणि, गणेश शंकर सिंह, अशोक कुमार, मंजू प्रकाश, सत्यदेव राम व विधायक सुदामा प्रसाद और राजाराम सिंह ने भी अपने विचार रखे।