PATNA: दवा कारोबार पर गंभीरता से नजर न रखने का खामियाजा नशे के बढ़ते कारोबार के रूप में दिखने लगा है। इस मामले में पुलिस और ड्रग डिपार्टमेंट की सुस्ती को एक दिन पहले इन्हीं की टीम द्वारा की गई छापेमारी से समझा जा सकता है। शुक्रवार रात बोरिंग रोड चौराहे के पास स्थित एक दवा दुकान में छापेमारी कर मानसिक रोग और नींद की दवा भारी मात्रा में बरामद की गई। पुलिस के अनुसार यहां डॉक्टर की पर्ची के बिना भी नींद और नशा करने वाली दवा दे दी जाती है। यह खुलासा तब हुआ जब हाल ही एक लड़की के साथ हुए गैंगरेप के आरोपी को पकड़ा गया। पता चला कि आरोपी ने नशे में वारदात को अंजाम दिया था और उसे नशे की गोली मिली थी बोरिंग रोड चौराहे के पास मौजूद मेडिकल स्टोर से। इसके बाद डिपार्टमेंट की नींद खुली और छापेमारी हुई।

नशीली दवाओं की सप्लाई खुलेआम

सूत्रों की मानें तो पटना में ठंड बढ़ते ही नशीली दवाओं की डिमांड बढ़ गई है। झारखंड और पश्चिम बंगाल दवा विक्रेताओं के लिए मुफीद साबित हो रहे हैं। हिमाचल प्रदेश और अन्य जगहों से नशीली दवाओं की सप्लाई खुलेआम हो रही है। एक्सपर्ट की मानें तो 100 एमएल की नशीली दवा एक बीयर के बराबर काम करती है। बिहार में शराबबंदी के बाद नशे के आदी लोग विकल्प के तौर पर नशीली दवाओं का सेवन करने लगे हैं। पिछले एक माह में पटना में लगभग 1 करोड़ रुपए की नशीली दवा पकड़ी गई है।

लगातार हो रही है छापेमारी

भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित

नकली और नशीली दवाओं को पटना पुलिस एवं ब्रांड प्रोटेक्शन के मुस्तफा हुसैन के सहयोग से पिछले 2 माह में कई जगह छापेमारी कर लगभग एक करोड़ रुपए की नशीली और नकली दवा को ज?त

किया गया। डॉक्टरों की मानें तो नशीली

दवा की लत लगने पर कई खतरनाक बीमारियों के चपेट मे आने की संभावना रहती है।

सरकारी अस्पतालों में भी खेल

नकली और नशीली दवा कारोबार को आगे बढ़ाने के लिए पूरे पटना में कई गिरोह सक्रिय हैं। पीएमसीएच, आईजीआईएमएस सहित कई बड़े अस्पतालों के बाहर गिरोह के सदस्य ऐसे लोगों पर नजर रखते हैं जो डॉक्टर से दिखाने के बाद दवा खरीदने के लिए जाने की तैयारी में रहते हैं। उन्हें कम दाम पर दवा उपल?ध कराने का झांसा देकर नकली दवा थमा देते हैं जो मरीज के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।

ऑर्डर पर नकली दवाओं सप्लाई

नकली और नशीली दवाओं को लेकर जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पड़ताल किया तो पता चला कि पीएमसीएच अस्पताल के बाहर गलियों में गिरोह का पूरा खेल चल रहा है। दवा माफिया सिर्फ पुराने ग्राहकों पर ही विश्वास करते हैं। पुराने ग्राहक ही थोक में दवा उपल?ध कराते हैं। जीएम रोड में दर्द निरोधक, नींद की गोली, बाम सहित कई नशीली और नकली दवा खुलेआम बेची जा रही हैं।

हिमाचल से होती है सप्लाई

नाम न छापने की शर्त एक कारोबारी ने बताया कि नकली दवाओं की सप्लाई हिमाचल प्रदेश से होती है। वहीं नशीली दवाओं की सप्लाई झारखंड और पश्चिम बंगाल से हो रही है। कफ सिरप के नाम पर दवाइयां सबसे अधिक मिल रही हैं।

पिछले 2 माह में शहर के विभिन्न इलाकों में पटना पुलिस की सहायता से नकली और नशीली दवा बेचने वाले गिरोह के पास जाकर छापेमारी की। जिसमें एक करोड़ से अधिक की नकली और प्रतिबंधित दवाइयां मिली हैं। पीरबहोर थाने में केस भी दर्ज किया गया है।

-मुस्तफ हुसैन, ब्रांड प्रोटेक्शन