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PATNA: रमजान के इस पवित्र महीना में इत्र की खुशबू न फैले, भला ऐसे कैसे हो सकता है। यूं तो इत्र को कभी भी लगाया जा सकता है। लेकिन रमजान माह में इसकी मांग काफी बढ़ जाती है। इसके बिना पहनावा और रहन सहन अधूरा लगता है। इत्र की अहमियत कुछ इस कदर है कि गरीब हो या अमीर हर कोई इसकी मुरीद है। ये अलग बात है की कोई कम कीमत के इत्र का शौकिन होता है।

जारी है इत्र की खरीदारी

इन दिनों राजधानी के बाजारों से लेकर गली- मोहल्लों में कई दुकानों पर इत्र के लिए मुस्लिम भाई- बहनों की भीड़ दिख जाएगी। सब्जी बाग स्थित इत्र के कारोबारी आशीफ खान बताते हैं कि इत्र की महक और सेवई की खुशबू के बगैर ईद अधूरी है। राजधानी में ईद को ध्यान में रखते हुए दुबई से खास तौर पर भाई शेख और अलशेख इत्र मंगाया गया है। हलांकि इसकी कीमत ज्यादा होने की वजह से कुछ विशेष लोग ही इसे खरीद रहे हैं।

कई वेराइटी में इत्र उपलब्ध

इसके अलावा ग्राहकों की मांग पर बंगलोर, कन्नौज से भी इत्र मंगाया गया है। वैसे तो इत्र दस हजार रुपए तोला बिकता है लेकिन लोग अमूनन 200 से 1200 सौ रुपए के इत्र ही लगाते हैं। जफर खान बताते हैं कि इस वर्ष पटना में 40 से 50 लाख रुपए के इत्र से ईद महकेगा। यूं तो लोग रमजान के पहले दिन से ही इत्र लगाना शुरु कर देते हैं लेकिन ईद के लिए विशेष तौर पर इत्र की खरीदारी करते हैं।

कन्नौज की इत्र से मनेगा त्योहार

राजीव नगर निवासी नवावुददी शेख बताते हैं कि 21 रोजे मुकम्मल हो चुके हैं लिहाजा इत्र की खरीदारी के लिए भाई कन्नौज गया है। कन्नौज स्पेशल इत्र से त्योहार मनाएंगे।