- एलोपैथ की एक्सपायरी दवा खरीदकर बनाता था नशे की गोली

- संचालक फरार, झारखंड और उत्तरप्रदेश भेजता था दवा

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GAYA/PATNA: गया के मानपुर में मंगलवार को 10 लाख रुपए की नकली आयुर्वेदिक दवा पकड़ी गई। छापेमारी के समय दवा निर्माता सिकंदर फरार हो गया। वह जहानाबाद का रहने वाला है। दक्षिण बिहार के आयुर्वेद औषधि निरीक्षक सत्यनारायण, गया के औषधि निरीक्षक अशोक कुमार यादव व शेरघाटी के औषधि निरीक्षक योगेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से मानपुर स्थित बुनियादगंज थाना क्षेत्र के कुकरा सूर्यपोखरा मोहल्ला निवासी दलजीत शाह व मिठु प्रजापति के निजी मकानों में छापेमारी की। यहां अवैध तरीके से आयुर्वेद की दवा का निर्माण पिछले एक साल चल रहा था। यहां चंदा आयुर्वेदिक फार्मेसी की दर्द निवारक गोली तैयार की जाती है। यहां से तैयार दवा को बिहार, झारखंड व उत्तरप्रदेश भेजा जाता था। दवा को भेजने के लिए संचालक ने दो ट्रैक्टर मंगवाया था। सूचना पर जांच अधिकारी पहुंचे और दो टै्रक्टरों को जब्त कर लिया। उन दोनों ट्रैक्टर पर करीब 10 लाख रुपए की दवा थी।

संचालक हुआ फरार

जांच अधिकारी ने बताया कि इन फर्मो के पास आयुर्वेद दवा बनाने का कोई लाइसेंस नहीं है। स्थानीय बाजार से एलोपैथ की एक्सपायरी दवा खरीदकर आयुर्वेद की दवा तैयार करता था। दोनों को मिलाकर नशे की दवा बना बाजार में बेचा जाता था। संचालक सिकंदर फरार हो गया है। जांच अधिकारी ने बुनियादगंज थाना में चंदा आयुर्वेदिक फार्मेसी दर्द निवारक के संचालक सिंकदर व मकान मालिक दलजीत शाह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। 26 दिसंबर 16 को विष्णुपद थाना व मुफस्सिल थाना के सहयोग से गेरे रोड में छापेमारी कर संचालक सिकंदर को नकली दवा बनाने के आरोप में पकड़ा गया था। उसे जेल भेजा गया था। इसके बाद उसने फिर से धंधा शुरू कर दिया था।