- केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत और रविशंकर प्रसाद ने दिव्यांग शिविर का किया उद्घाटन

- गहलोत ने कहा, त्रिवेंद्रम में खुलेगा देश का पहला दिव्यांग विश्वविद्यालय

PATNA: केंद्रीय दिव्यांगजनों को हुनरमंद और आत्मर्निार बनाकर समाज की मुयधारा में जोड़ना केंद्र सरकार की प्राथमिकता है। केंद्र सरकार ने देश का पहला दिव्यांग विश्वविद्यालय त्रिवेंद्रम में खोला है, जहां अगले साल से पढ़ाई होगी। यह बातें केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने रविवार को पटना में कही। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के लिए सुगम ारत योजना शुरू की गई है। देश के भ्0 शहरों में अत्याधुनिक बहुमंजिले ावनों का निर्माण होगा। जिसमें रैप और लिट समेत अन्य सारी सुविधाएं होंगी।

आईटी उपकरण दिव्यांगों के मित्र होंगे

उन्होंने कहा कि पटना में निर्माणाधीन सीआरसी ावन ख्0क्7 दिसंबर तक तैयार हो जाएगा। ख्0क्8 से यहां शिक्षण और प्रशिक्षण शुरू होगा। क्षेत्रीय केंद्र में एक मुय आयुक्त और दो आयुक्त तैनात होंगे। जिसमें दो आयुक्त दिव्यांगजन होंगे। बिहार में दिव्यांगों के शिक्षण-प्रशिक्षण लिए क्8 सीआरसी ावनों के निर्माण की मंजूरी दी गई है। डीपीआर तैयार है। केंद्रीय विधि एवं न्याय और सूचना तथा प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आइटी उपकरण दिव्यांगों के मित्र होंगे।

सौ दिव्यांगों में बांटे उपकरण

इससे पहले गहलोत और केंद्रीय विधि एवं न्याय और संचार तथा प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पटना (शेखपुरा) में क्षेत्रीय दिव्यांग संयोजित पुनर्वास केंद्र (सीआरसी) में शिविर का उद्घाटन दीप जलाकर किया। क्ब् लाख रुपए के उपकरण ढाई सौ दिव्यांगों के बीच बांटे गए। इसमें तिपहिया साइकिल, व्हील चेयर, बैशाखी, ब्रेल किट, कान की मशीन (श्रवण यंत्र) शामिल हैं। प्रधानमंत्री दिव्यांगजन कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित दो सौ लाभुकों को प्रशिक्षण प्रमाणपत्र वितरण किया गया। केंद्रीय मंत्री गेहलोत ने भारत पुनर्वास परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त दो नये पाठ्यक्रम डीएड विशेष शिक्षा (मानसिक मंदिता) और डीएड विशेष शिक्षा (ऑटिज्म) का शुभारंभ किया गया।