- देश प्रेम के लिए लोगों को जागरुक करने में मन गए नजीर

- हजारों लोगों को नशा मुक्त कराकर देश प्रेम से जोड़ा

PATNA : अपने लिए तो सभी जीते हैं लेकिन जीना उसी का नाम है जो औरों के लिए जिए। और फिर बात जब देश की हो तो उसका सानी कोई नहीं है। समाज ने उसके पांव में बेड़ी लगाने का काम किया लेकिन जीतने की जिद ने हर जंजीर तोड़ दी। आज लोगों के दिलों में देश प्रेम की धड़कन पैदा करने वाला वह शख्स नजीर बन गया है। वो है कुमार राजीव। जो राजधानी से लेकर बिहार के सुदूर गांवों तक लोगों की सोच बदल रहा है।

- बचपन से देश प्रेम का सपना

पटना निवासी राजीव का कहना है कि बचपन से ही घर हो या बाहर लोगों को अपने आप में व्यस्त देखता था। काफी मंथन के बाद पता चला कि दु:खी वही है जो अपने लिए जीते हैं। आत्मा ने दिल को और दिल ने दिमाग को झकझोर दिया। फिर वर्ष ख्008 से दूसरों के लिए जीना शुरू कर दिया। दु:ख दूर हो गया और सुख पास आने लगा। उसका कहना है कि दूसरों के लिए काम ही जीने का उद्देश्य है।

- एक आवाज पर बन जाती है कड़ी

फिर लोगों को जागरुक करने के लिए संडे सभा शुरू की। इसका उद्देश्य था देश प्रेम की भावना जागृत करना। गांधी मैदान के पास वर्ष ख्008 से हर रविवार को संडे सभा करते हैं जिसमें भारी भीड़ होती है। दूर दराज से लोग शामिल होते हैं और एक संकल्प लेकर देश के लिए काम करना शुरू कर देते हैं।

- देश प्रेम को मानते हैं सबसे बड़ा धर्म

बकौल कुमार देश प्रेम सबसे बड़ा धर्म है। ख्008 में जब इस मुहिम को लेकर निकले तो हजारों स्कूली बच्चों की श्रृंखला बन गई। फ्00 से अधिक सरकारी विद्यालयों के बच्चों का जुनून आज भी याद है। उनका बस एक ही नि:स्वार्थ उद्देश्य है कि देश प्रेम अभियान में हमसफर बनें, सुंदर जीवन की ओर सहयोग करें और विकसित देश के लिए दोस्त बनें।

- हजारों लोगों को विचारों से कर दिया नशा मुक्त

कुमार कोई उपदेश नहीं देते हैं बस लोगों को उनकी अंतर आत्मा की आवाज तक पहुंचाने का काम करते हैं। इसका परिणाम है कि ख्भ् से फ्0 हजार लोग नशा से तौबा कर चुके हैं। उनका मानना है कि आधुनिक और पाश्चात्य जीवन शैली से का काफी प्रभाव है। इसलिए लोग अपने से उपर उठकर देश के बारे में नहीं सोच रहे हैं। लेकिन समाज में पांच चीजों पर विकास करना होगा। शैक्षणिक, बौद्धिक, आर्थिक, अध्यात्मिक, सांस्कृतिक। ताकि लोगों की सोच बदल जाए।