-पटना बख्तिायरपुर एनएच-30 पर मेंटनेंस का नहीं दे दिया जा रहा है ध्यान

-रात में हो जगह-जगह रहता है अंधेरा, डर के साए में यात्रा करते हैं लोग

PATNA(6Nov)

पटना-बख्तियारपुर एनएच 30 पर गाड़ी चलाना खतरे से खाली नहीं है। रात के समय इस रोड पर अंधेरा रहता है। जबकि यहां से गुजरने वाले वाहनों से टोल टैक्स वसूला जाता है। इस टोल रोड पर सुविधाएं नदारद है। हाईवे पर लगे बिजली के पोल की अधिकांश लाइट खराब है। इस वजह रात के समय लोग यात्रा करने डरते हैं। इसके अलावा एनएचआई की ओर से पेट्रोलिंग भी नहीं की जाती है। ताकि इस रोड से गुजर रहे जरूरतमंद लोगों की सुरक्षा और सहायता मिल सके। हाल ही में एक यात्री ने एनएचएआई को पत्र लिखकर लाइट खराब होने की शिकायत की थी। इसकी मिलने के बाद दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जब इसकी पड़ताल की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। जगह-जगह अंधेरा होने के कारण हाइवे पर लुटेरे सक्रिय हो गए हैं।

सीमित स्थानों पर लगे हैं साइन बोर्ड

हाईवे पर पर्याप्त लाइट की व्यवस्था नहीं है। मीठापुर पुल से दीदारगंज टोल प्लाजा तक लाइट की व्यवस्था कंपनी ने की है। इससे आगे टोल रोड पर बख्तियारपुर तक कंपनी ने लाइटिंग की व्यवस्था तो की है लेकिन अधिकांश जगह बत्ती गुल है। खेमनीचक के पास स्ट्रीट लाइट बंद हैं। इसके बाद एक पोल पर लाइट है लेकिन कई जगह नहीं जल रहे थे।

100 की रफ्तार से दौड़ते हैं वाहन

रात के समय हाईवे पर काफी तेज रफ्तार में गाडि़यां चलती हैं। खासतौर पर रात के समय गाडि़यां सौ किलोमीटर प्रति घंटे की ज्यादा स्पीड से दौड़ती हैं। ऐसे अंधेरा होने की वजह से हर पल हादसा होने का खतरा रहता है।

नहीं लगा है स्पीडोमीटर

आने जाने का रूट निर्धारित है, लेकिन पड़ताल के दौरान उल्टी दिशा से भी गाडि़यां चलती दिखीं। गलत रूट से गाडि़यों की आवाजाही से हादसे का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। गाडि़यों की ओवर स्पीड को जांचने के लिए स्पीडोमीटर भी नहीं लगाया गया है।

हाईवे पर यात्रा कर रहे यात्रियों की ये है पीड़ा

1. स्ट्रीट लाइट नहीं : दीदारगंज टोल नाका पर टैक्स देने के बाद जब यात्री 250 मीटर फतुहा की ओर बढ़ते हैं तो एक भी स्ट्रीट लाइट नहीं दिखती है। यात्रियों को वाहनों के लाइट के सहारे यात्रा करना पड़ता है।

2. रिफ्लेक्टर की कमी : हाईवे पर यात्रा के दौरान टर्निग प्वाइंट और कर्व प्वांइंट पर रिफ्लेक्टर नहीं हैं। इस कारण आए दिन हादसे की आशंका बनी रहती है।

3. नहीं है साइन बोर्ड : दीदारगंज टोल नाका पर टैक्स देने के बाद जब आगे फतुहा की ओर यात्री जाते हैं तब रास्ते में साइन बोर्ड नहीं है। इसके साथ टर्निग प्वाइंट पर इंडिकेशन भी नहीं है। इस कारण लोगों को परेशानी होती है।

4. नहीं है इमरजेंसी नंबर : रोड पर अगर रात के समय कोई हादसा हो जाता है तो यात्रियों की सुविधा के लिए कोई इमरजेंसी नंबर भी नहीं है। जिससे लोग मदद के लिए किसी को कॉल कर सकें।

लुटेरों के शिकंजे में हाईवे

वाहनों के सुगम परिचालन के लिए बना पटना-बख्तियारपुर फोरलेन सड़क इन दिनों लुटेरों के शिकंजे में है। फोरलेन पर लूट का सिलसिला जारी है। मगर पुलिस बदमाशों को पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है। हैरानी की बात ये है कि लूटपाट की घटनाएं अब रात में नहीं बल्कि भरी दुपहरी और शाम में भी हो रही हैं।

हाईवे पर लूट के किस्से पढ़ आप भी रह जाएंगे दंग

केस - 1

बुद्धा कॉलोनी में रहने वाले एक युवक ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि वह एक निजी कंपनी में सेल्समैन है। 26 जून को वह रात में बाइक से दिन के डेढ़ बजे बाढ़ से पटना लौट रहा था। फोरलेन पर एक व्यक्ति अचानक उसकी बाइक के सामने आ गया। ब्रेक लेते ही उसकी बाइक का पहिया फिसल गया और वह गिर पड़ा। इसके बाद दो युवक आए और उसकी जेब से मोबाइल व नकदी छीनकर खेत के रास्ते फरार हो गए।

केस 2

बड़हिया निवासी एक व्यक्ति के साथ 24 जून को लूट की वारदात हुई थी। वे दिल्ली जाने के लिए स्कॉर्पियो से पटना जंक्शन जा रहे थे। स्कॉर्पियो में उनकी पत्‍‌नी और बच्चा था। बख्तियारपुर से आगे बढ़ते ही बाइक सवार लुटेरों ने घेरकर उनकी स्कॉर्पियो को रोका। हथियार के बल पर पत्‍‌नी के जेवर और गहने लूट लिए। मोबाइल छोड़ दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद लुटेरे फरार हो गए।

केस 3

कुर्जी निवासी चंद्रदीप चौधरी टेका बिगहा रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर हैं। 20 जून की रात ड्यूटी समाप्त होने के बाद वे स्कूटी से घर लौट रहे थे। दीदारगंज थाना क्षेत्र में टोल प्लाजा से करीब दो किलोमीटर पहले फोरलेन पर बाइक सवार छह बदमाशों ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया और नकदी व स्कूटी लेकर फरार हो गए। बदमाशों ने इससे पहले चंद्रदीप की बेरहमी से पिटाई की, जिससे उनके पैर की हड्डी टूट गई।