PATNA: इन दिनों एनआइटी पटना समेत देश के अन्य तकनीकी संस्थानों में आइटी एक्सिलेंस में क्षमता विकास पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए समर कोर्सेज शुरू किए गए हैं, इसमें न केवल स्टूडेंट्स बल्कि फैकल्टी मेंबर्स भी लाभान्वित होंगे। यह पहल भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की ओर से की जा रही है। इस कार्यक्रम के घटकों में फैकल्टी डेवलपमेंट, ट्रेनिंग एंड कंसलटेंसी, सर्विस फॉर इंडस्ट्री, टेक्निकल इनक्यूबेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप और कंटीन्यूइंग एजुकेशन फॉर स्टूडेंट्स एंड प्रोफेशनल्स शामिल है।

समर कोर्सेज में छह कोर्स

समर कोर्सेज प्रोग्राम के अंतर्गत मई, जून और जुलाई में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉरमेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी स्ट्रीम के कोर एरिया पर फोकस किया जाएगा। प्रत्येक कोर्स के लिए अलग- अलग को- ऑर्डिनेटिंग इंस्टीट्यूशन है। इसमें एनआइटी के लिए फंडामेंटल ऑफ कम्प्यूटर नेटवर्क एंड सिक्योरिटी शामिल है। इसके लिए प्रस्तावित डेट ख्ब् मई से ख् जून है। इसमें भाग लेने वाले इच्छुक फैकल्टी मेंबर्स हिस्सा ले सकते हैं। हर कोर्स के लिए भ्0 सीटें उपलब्ध हैं। साथ ही प्रत्येक कोर्स की अवधि 80 घंटे है, जिसमें फ्भ् -फ्भ् घंटे प्रैक्टिकल और थ्योरी होगी। बाकी क्0 घंटे में स्किल डेमो टीचिंग और सॉफ्ट स्किल के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसमें एनआइटी पटना में कोर्स को-ऑर्डिनेटर के तौर पर प्रो। एमपी सिंह को कार्यभार दिया गया है। इसमें आईआईटी गुवाहाटी से डॉ संतोष विश्वास, आईआईटी रूड़की से डॉ सतीश सहित अन्य शामिल हैं।