- पटना विश्वविद्यालय के छात्रों और लालबाग मोहल्ले के लोगों के बीच बमबारी में दारोगा व सिपाही घायल

PATNA : राजधानी का अशोक राजपथ शुक्रवार देर शाम अंधाधुंध फायरिंग से दहल उठा। सरस्वती की मूर्ति के विसर्जन के दौरान पीयू के छात्रों और स्थानीय लोगों के बीच 50 राउंड से ज्यादा फायरिंग हुई। इस दौरान बम भी फोड़े गए। देखते ही देखते इलाके में सनसनी फैल गया। सूचना मिलने पर पहुंची पीरबहोर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। बम धमाके में पीरबहोर थाने के दारोगा मनोज कुमार और पथराव में एक सिपाही घायल हो गया। उपद्रवियों ने दर्जनों वाहनों में तोड़फोड़ करने के साथ दो कारों को आग के हवाले कर दिया।

तीन घंटे तक चलता रहा बवाल

बवाल शांत कराने पहुंची पुलिस को भी उपद्रवियों ने खदेड़ दिया। इसके बाद एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा पुलिस बल के साथ पहुंचे और लाठियां भांजने लगे। भारी संख्या में पुलिस बल को देखकर उपद्रवियों में भगदड़ मच गई। तीन घंटे बाद बवाल पर काबू पाया गया। हालांकि, तनाव की स्थिति देर रात तक थी। पुलिस व प्रशासनिक पदाधिकारी इलाके में कैंप कर रहे हैं।

शरारती तत्वों ने उकसाया

जानकारी के अनुसार, पटना विश्वविद्यालय के मिंटो, नूतन और जैक्सन हॉस्टल के लड़के शुक्रवार की शाम मां सरस्वती की प्रतिमा विसर्जन करने के लिए जुलूस की शक्ल में निकले थे। जैसे ही वे विश्वविद्यालय कैंपस से बाहर निकलकर थोड़ा आगे बढ़े ही थे कि लालबाग मोहल्ले के शरारती तत्वों ने बमबारी और पथराव शुरू कर दिया। जवाब में हॉस्टल के लड़कों ने भी फाय¨रग की। इस बीच सैदपुर हॉस्टल के लड़के भी जुलूस लेकर पहुंच गए। सभी लड़के एकजुट होकर स्थानीय लोगों पर टूट पड़े। दोनों ओर से जमकर बमबारी और फाय¨रग होने लगी। इस दौरान विसर्जन जुलूस के साथ जा रहे पीरबहोर थाने के दारोगा मनोज कुमार के पास एक धमाका हो गया। बम के छर्रे उनके पैर में लग गए। पथराव में सिपाही का सिर फट गया।

कई थानों की पुलिस पहुंची

वायरलेस पर सूचना पाकर कदमकुआं, सुल्तानगंज और गांधी मैदान की पुलिस पहुंची तो उपद्रवियों ने उनपर भी हमला बोल दिया। पुलिस उल्टे पांव लौट गई। आधे घंटे बाद पूरी रणनीति तैयार कर अशोक राजपथ पर फिर पुलिस पहुंची। स्टेट आरएएफ और सैकड़ों जवान गाड़ी से उतरते ही लाठियां भांजने लगे। इसके बाद बवाल शांत हुआ। एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है।