-सीएम बोले समय पर लोगों की सहायता सुनिश्चत की जाए, किसानों को मिलेगी मदद

PATNA: बाढ़ प्रभावित पांच जिले क्रमश: पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी व मुजफ्फरपुर के हवाई सर्वेक्षण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री आवास में मंगलवार आला अधिकारियों के साथ पूरी स्थिति पर बैठक की। इस क्रम में उन्होंने निर्देश दिया कि समय पर लोगों को सहायता उपलब्ध हो यह सुनिश्चत किया जाए। इसके साथ संवेदनशीलता के साथ काम किया जाए। बुधवार को मुख्यमंत्री समस्तीपुर, मधुबनी व दरभंगा जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।

डीएम करें आकलन

सीएम ने निर्देश दिया कि हवाई सर्वेक्षण के लिए संबंधित जिलों के डीएम को हेलीकाप्टर उपलब्ध कराएं। हवाई सर्वेक्षण कर डीएम अपने-अपने जिलों की वास्तविक स्थिति की जानकारी लें और उसके आधार पर आकलन करें। सरकार के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीडि़तों का है। हर प्रकार से मदद करनी है। किसानों को कृषि कार्य में काफी नुकसान हुआ है। इसका अविलंब आकलन किया जाए, ताकि उन्हें सहायता पहुंचायी जा सके। राहत शिविरों में कोरोना जांच और टीकाकरण कार्य जरूर कराएं। जो कोरोना पाजेटिव पाए जाते हैं उनके रहने एवं देखभाल की अलग व्यवस्था कराएं।

सही तरीके से हो राहत कार्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि जून में पहले कभी इतनी बारिश नहीं हुई थी। इस बार अधिक बाढ़ के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी। खेतों में भी पानी फैला हुआ है। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि जब जिलाधिकारी के स्तर पर हवाई सर्वे हो तब आपदा प्रबंधन व कृषि विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहें। पूरी संवेदनशीलता के साथ एक-एक चीज का आकलन होगा तो रिलीफ का काम बेहतर ढंग से हो सकेगा। बचाव एवं राहत का काम योजनाबद्ध ढंग से करें और आगे के लिए भी तैयारी रखें। साथ ही अन्य अधिकारियों ने भी जरूरी सुझाव दिए ताकि समय पर लोगों का बचाव हो सके और राहत मिलने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

वीसी से जुड़े 5 जिलों के जिलाधिकारी

बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन विभाग के ओएसडी संजय अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ओएसडी गोपाल सिंह भी मौजूद थे। वहीं वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी व उन पांच जिलों के डीएम भी बैठक से जुड़े थे जहां मुख्यमंत्री हवाई सर्वे में गए थे। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने इस मौके पर आपदा राहत कार्यो के बारे में जानकारी दी।