आने वाले दिनों में नर्सरी में दिखेगा एचडीईपी प्लास्टिक बैग

श्चड्डह्लठ्ठड्ड@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

क्कन्ञ्जहृन् : सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक को पूरे प्रदेश में बैन कर दिया है। लेकिन पर्यावरण एवं वन विभाग, राजधानी वाटिका की नर्सरी में अभी फिलहाल सैप्लिंग को सिंगल यूज प्लास्टिक में रखकर बेचे जा रहे हैं। इसके अलावा शहर में बहुत सी ऐसी प्राइवेट नर्सरी भी हैं जहां सैप्लिंग (पौधे) को प्लास्टिक की थैलियों में रखकर बेचा जा रहा है। लेकिन आने वाले समय में आपको एचडीपीई यानी हाई डेंसिटी पॉलीथिन में सैप्लिंग बिकते मिलेंगे। इससे पॉल्यूशन को भी खतरा कम होगा और पौधों का जमीन के नीचे ग्रोथ भी सही रहेगा।

एक तरफ सैप्लिंग, दूसरी तरफ पॉल्यूशन

आस-पास का एनवायरमेंट स्वच्छ रहे इसके लिए लोग नर्सरी में जाकर पौधे खरीदते हैं। लेकिन ज्यादातर नर्सरी में अभी सैप्लिंग को सिंगल यूज प्लास्टिक में रखकर बेचा जा रहा है। इससे एक तरफ लोग सैप्लिंग लगा रहे तो दूसरी तरफ प्लास्टिक के इस्तेमाल को बढ़ावा दे रहे है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर राजधानी वाटिका के सैप्लिंग केयर टेकर ने बताया कि प्लास्टिक सस्ती पड़ती है इसलिए इसका यूज सबसे ज्यादा होता है। प्लास्टिक बैग्स को डिसपोज करना आसान नहीं होता है। लेकिन इसकी जगह मीट्टी, जूट और मेटल से बने आइटम्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। जो एनवायरमेंट फ्रेंडली होता है और इसे डिसपोज करना भी आसान है।

क्या है एचडीपीई

हाई डेंसिटी पॉलीथिन भी एक तरह की प्लास्टिक है जो हार्ड होती है, आसानी से मुड़ती नहीं है, इसके केमिकल नॉर्मल प्लास्टिक की तरह आसानी से किसी चीज में घुलते नहीं है। इसे रिसाइकल करना भी आसान होता है। इसका इस्तेमाल कई चीजों जैसे शैंपू बोतल, किचन ऑयल व पाइप आदि बनाने में किया जाता है।

सिंगल यूज प्लास्टिक को रोकने के लिए नर्सरी में एचडीपीई को लाने की तैयारी की जा रही है।

शशिकांत कुमार, वन प्रभंडल पदाधिकारी,