-कृषि मंत्री राधामोहन सिंह बोले, 280 मिलियिन टन खाद्यान्न का उत्पादन

-महात्मा गांधी केंद्रीय विद्यालय विवि में होगी कृषि की पढ़ाई

क्कन्ञ्जहृन्: पीएम नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में कृषि के क्षेत्र में हर ओर विकास हो रहा है। किसानों की उत्पादन लागत कम करने पर जोर दिया जा रहा है। अब केंद्र सरकार का लक्ष्य किसानों की आमदनी दोगुनी करना है। ये बातें केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कही। वे केंद्र में मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर शनिवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

किसानों के हित में हो रहा काम

उन्होंने पिछले चार साल में कृषि क्षेत्र में हुई प्रगति और किसानों के हित में किए गए कार्यो पर विस्तार से बातें रखी। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार की तुलना में हमारी सरकार ने किसानों के हित में लगातार काम किया है। 2014 तक देश में खाद्यान्न उत्पादन 255 मिलियन टन था। वहीं वर्ष 2017-18 में यह 280 मिलियन टन हो गया। मत्स्य उत्पादन में 26 फीसद और दूध उत्पादन में 23.69 फीसद की वृद्धि हुई है। वहीं कृषि सहकारिता क्षेत्र में 155.58 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मोदी सरकार ने दिसंबर 2017 तक 62 लाख मिलियन टन अनाज की खरीदारी की थी। इसकी लागत 23 हजार करोड़ रुपए थी। इससे पहले की सरकार ने 16 लाख मिलियन टन की खरीदारी की थी जिसकी कीमत 8 हजार करोड़ के आसपास थी।

आत्महत्या के सवाल पर फंसे

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि मोतिहारी में महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय और महात्मा गांधी राष्ट्रीय समेकित अनुसंधान केंद्र की स्थापना की गई। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में कृषि संकाय की स्थापना करने की घोषणा करते हुए कहा कि यहां जल्द ही कृषि की पढ़ाई आरंभ होगी। देश में किसानों की आत्महत्या से जुड़े सवाल पर केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने विवादस्पद बयान दिया। जब उनसे पूछा गया था कि मध्य प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, इस पर उन्होंने कहा कि मीडिया में आने के लिए कुछ इस तरह के उपक्रम करते हैं। देश में करोड़ों की संख्या में किसान हैं और उसमें कुछ किसान प्रदर्शन कर रहे हैं इसलिए उनका ये प्रदर्शन मायने नहीं रखता। मध्य प्रदेश सरकार किसानों के लिए बेहतर काम कर रही है।