PATNA : गांधी सेतु के समानांतर छह लेन पुल के लिए डिजाइन का काम अंतिम चरण में है। केंद्र सरकार के बिहार पैकेज अंतर्गत इस पुल का डिजाइन कोरिया की कंपनी कर रही है। ज्ञात हो कि कच्ची दरगाह से बिदुपुर के बीच निर्माणाधीन छह लेन पुल के निर्माण कार्य से भी कोरियन कंपनी जुड़ी है।

पथ परिवहन और राजमार्ग ने प्रस्तावित पुल के डीपीआर का जिम्मा कोरियन कंपनी को दिया है। पुल के लिए चार डिजाइन पर विशेषज्ञ काम कर रहे हैं। पुल निर्माण में नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा। पुल के गंगा वाले हिस्से और गंगा के बाहर वाले हिस्से की डिजाईन अलग-अलग होगी। जहां वायाडक्ट बनाया जाना है उसकी डिजाइन भी नए तरीके से की जानी है।

केबल स्टेड पर है जोर

पुल के डिजाइन में केबल स्टेड तकनीक पर अधिक जोर है। कच्ची दरगाह-राघोपुर के बीच गंगा नदी पर बन रहा छह लेन पुल भी केबल स्टेड तकनीक पर बन रहा है। इस तकनीक में खास किस्म के बने तार पर पुल का लोड रहता है। देखने में यह सुंदर लगता है और मेंटनेंस भी आसान होता है।

केबल स्टेड पर है जोर

पुल के डिजाइन में केबल स्टेड तकनीक पर अधिक जोर है। कच्ची दरगाह-राघोपुर के बीच गंगा नदी पर बन रहा छह लेन पुल भी केबल स्टेड तकनीक पर बन रहा है। इस तकनीक में खास किस्म के बने तार पर पुल का लोड रहता है। देखने में यह सुंदर लगता है और मेंटनेंस भी आसान होता है।

ये काम हुआ पूरा

गांधी सेतु के समानांतर बनने वाले पुल के लिए मिट्टी जांच का काम पूरा हो गया है। अधिकारिक तौर पर बताया गया है कि जिस वक्त गांधी सेतु के पिलर की क्षमता की जांच आइआइटी रु़ड़की की टीम कर रही थी उसी वक्त नए पुल के लिए मिट्टी जांच का काम भी चल रहा था। इस काम को पूरा कर लिया गया है।

यह है नया एलायनमेंट

नए एलायनमेंट को आधार बनाकर ही पुल के डिजाईन पर काम चल रहा। नए एलायनमेंट में पुल गांधी सेतु के पश्चिम होगा। अगमकुआं के समीप धनुकी मोड़ से यह एलिवेटेड सड़क के माध्यम से जाएगा और पुल का उत्तरी हिस्सा गांधी सेतु स्थित पुलिस आउटपोस्ट के समीप खत्म हो रहा है। इसमें बड़े स्तर पर जमीन अधिग्रहण की जरूरत नहीं है।