तभी अचानक गोलियां चलने लगीं

वर्चस्व की जंग का गवाह बना खाजेकलां थाना क्षेत्र का हमामपर का चौराहा। यह वही चौराहा है, जहां देर शाम तक लोगों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां चाय-पान, नाश्ता, सैलून से लेकर नशा तक की दुकान पर भीड़ लगी रहती है। बुधवार की शाम भी लोग अपने-अपने घरों में टीवी से चिपके थे, तभी अचानक गोलियों की गूंज सुनाई देने लगी। लोग इधर-उधर भागने लगे। ठांय-ठांय चली गोलियों से दो व्यक्ति वहीं मारे गए और कई घायल हो गए।

सत्येंद्र का चल रहा ट्रीटमेंट

हालांकि घटना के आधे घंटे बाद पहुंची पुलिस को विरोध का सामना नहीं करना पड़ा। दो लोग ऑन स्पॉट मारे गए, जबकि दशरथ राय की मौत पीएमसीएच में हो गई। इंजर्ड लोगों को पहले एसजीजीएस हॉस्पीटल, फिर एनएमसीएच और फिर पीएमसीएच भेजा गया। गुरुवार को अमित उर्फ लालू यादव की मौत भी राजेश्वर नर्सिंग होम में हो गई। एक लेबर सत्येंद्र पासवान गोली लगने से इंजर्ड हो गया था, जिसका ट्रीटमेंट एनएमसीएच में चल रहा है।

स्पॉट पर पुलिस का पहरा

घटनास्थल को पुलिस ने घेराबंदी कर रखा है। वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं। सिटी एसपी जयंत कांत भी घटनास्थल व थाना पहुंचे। एफएसएल की टीम पहले खाजेकलां थाना पहुंची, फिर स्पॉट पर जाकर सैंपल कलेक्ट किया। एनएमसीएच में घायल के परिजन मीडियाकर्मी से उलझ रहे थे। लालू व अजीत के घर के पास गए मीडियाकर्मियों पर पथराव कर खदेड़ा गया।