नौकरी के नाम पर बुलाओ और ट्रेनिंग के नाम पर पैसा जमा करवाओ

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PATNA : जालसाजों के लिए पटना सेफ जोन बनते जा रहा है। यहां न तो पुलिस का डर और न ही कोई रोकने वाला है। उपर से यहां बेरोजगारों की फौज इतनी बढ़ गई है कि उन्हें हर कोई आसानी से निशाना बना लेता है। यहां बेरोजगारों को ठगने का खेल भी बिना किसी खतरे के खेलना आसान है। बस एक छोटे से कमरे या फ्लैट में ऑफिस खोलना है और पोस्टर, पंपलेट शहर में बंटवाना है। फिर क्या कुछ दिनों में ठगी से लाखों की कमाई होने लगती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट आज फिर स्टिंग ऑपरेशन के द्वारा नौकरी के नाम पर जालसाजी का एक बड़ा खुलासा करने जा रहा है। एक ऐसे गिरोह से पर्दा उठाया जा रहा है जो बेरोजगारों को नौकरी का सपना दिाकर उन्हें लूटने का काम कर रहा है।

एजेंट से गिरोह तक पहुंचा रिपोर्टर

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर को जब सूचना मिली तो पड़ताल शुरू हो गई। बोरिंग रोड चौराहे पर जालसाजों के एक एजेंट से पर्चा मिला जिसमें बेरोजगारों के लिए नौकरी का सुनहरे अवसर का दावा था। रिपोर्टर बेरोजगार बन गया और जालसाजों तक पहुंचने में जुट गया। एजेंट से मिले पर्चे में दिए गए मोबाइल नंबर से स्टिंग की शुरूआत हुई। कॉल के दौरान एक महिला से बात हुई जिसने डिटेल लेने के बाद एक दिन बाद कॉल करने की बात कही। एक दिन बाद जब कॉल आई तो बताया गया कि जगदेव पथ पर ऑफिस है वहां आना है।

न कंपनी का बोर्ड न पहचान

रिपोर्टर जब जगदेव पथ पर पिलर नंबर 22 के पास पहुंचा तो कहीं कोई बोर्ड नहीं दिखा। फोन करने पर एक मेडिकल स्टोर के पास से तीन मंजिला इमारत में फ‌र्स्ट लोर पर आने को कहा गया। जब रिपोर्टर वहां पहुंचा तो एक महिला मिली और नाम पता पूछने के बाद ट्रेनिंग के लिए 60 रुपए की डिमांड की। महिला ने जिस रूम में ऑफिस बताया और जहां ट्रेनिंग चलने की बात कही, वहां भी कोई बोर्ड नहीं था। रिपोर्टर ने बार-बार आग्रह किया कि ट्रेनिंग में जाने दे, पैसा दे देंगे। महिला ने कहा कि फीस देने के बाद ही ट्रेनिंग कर सकते हैं।