- आरपीएम कॉलेज का स्वर्ण जयंती समारोह में पीपीयू कुलपति ने रखे विचार

- सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्टूडेंट्स ने बांधा समां

PATNA :

हर व्यक्ति में कमी होती है कमियों को दूर करने से ही हम ऊपर उठेंगे। शिक्षा में नैतिक और सांस्कृतिक मूल्यों का समावेश होने से सशक्त भारत का सपना साकार होगा। महिलाओं को शिक्षित करना आवश्यक है। यह बातें सोमवार को चौक शिकारपुर स्थित रामेश्वर दास पन्नालाल महिला कॉलेज के स्वर्ण जयंती समारोह के उद्घाटन के दौरान पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ। प्रो। गुलाब चंद्र राम जायसवाल ने कही। कुलपति ने कॉलेज के संस्थापक पन्नालाल की मूर्ति का अनावरण तथा गोल्डन जुबली स्मारिका 2020 का विमोचन किया।

कार्यक्रम की शुरुआत काजोल के नेतृत्व सरस्वती वंदना से हुई। डॉ। रजिया नसरीन की देखरेख में छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर समां बांध दिया। समारोह में पूर्व प्राचार्या को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन अंजू जैन तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ। जयंती रानी ने किया।

50 वर्ष पूर्व की की स्थापना

महाविद्यालय के संस्थापक परिवार के सदस्य राजकुमार भरतिया तथा मुन्ना भरतिया ने बताया कि उनके दादा ने नारी शिक्षा को मजबूत करने के लिए 50 वर्ष पूर्व कॉलेज की स्थापना की थी। कॉलेज प्राचार्या डॉ। पूनम ने समारोह की अध्यक्षता करते कॉलेज की उपलब्धियों को गिनाया।

अतिथियों ने की सराहना

समारोह में शामिल मेयर सीता साहू ने नारी शिक्षा को सशक्त बनाने पर बल दिया। तख्त श्री हरिमंदिर जी प्रबंधक समिति के महासचिव सरदार महेंद्र पाल सिंह ढिल्लन ने महाविद्यालय परिसर में माता गुजरी सभागार निर्माण में सहयोग करने की बात कही। मानवाधिकार संघ के सदस्य आनंद मोहन झा ने कहा कि इस महाविद्यालय की छात्राएं देश ही नहीं विदेश में भी परचम लहरा रही हैं।