पटना (ब्यूरो)। 40 लाख की फिरौती के लिए अपहृत बिहटा के कन्हौली निवासी सह शिक्षक राज किशोर पंडित के 12 वर्षीय एकलौते पुत्र तुषार कुमार की घटना के दिन ही हत्या कर दी गई थी। एसआइटी ने मुख्य आरोपित मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है, जो स्कूल संचालक और बिहटा के किशुनपुर का निवासी है। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि कन्हौली में उसका कोङ्क्षचग और स्कूल था, जो बंद हो गया। वह करीब 20 लाख रुपये का कर्जदार हो गया था। वह तुषार और उसकी बहनों का शिक्षक रह चुका था। कर्ज चुकाने के लिए उसने शिक्षक के पुत्र तुषार को विश्वास में लेकर अपहरण किया। अपहरण के एक घंटे बाद ही उसकी गला दबाकर और चाकू गोदकर हत्या कर दी। छात्र का मोबाइल पास में रख लिया। साक्ष्य मिटाने के लिए बिहटा में आइएसआइसी अस्पताल के पास ही शव को पेट्रोल से जला दिया। इसके बाद छात्र के मोबाइल से वायस मैसेज भेज उसके स्वजनों से 40 लाख की फिरौती मांगने लगा। मुकेश को एसकेपुरी के वेस्ट बोङ्क्षरग कैनाल रोड से गिरफ्तार किया गया है और उसके पास से छात्र का मोबाइल भी बरामद किया गया है।
अंतिम बार मुकेश से हुई थी बात, घटना के बाद से था फरार
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि गुरुवार की शाम करीब 6:30 बजे तुषार कुमार घर से निकला था। स्वजनों ने बच्चे को फोन किया तो चंद मिनट में घर लौटने की बात कही। इसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। स्वजन की शिकायत पर बिहटा पुलिस केस दर्ज कर छात्र की तलाश में जुट गई। एसपी के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गई। एसआइटी की तीन टीम छानबीन में जुटी थी। एक टीम तुषार के मोहल्ले के साथियों व परिचितों से पूछताछ कर रही थी, दूसरी विद्यालय और कोङ्क्षचग से सूचना जुटा रही थी और तीसरी तकनीकी जांच में जुटी थी। अपहृत के मोबाइल का आखिरी लोकेशन पता कर आसपास के इलाके में छापेमारी की जा रही थी। तकनीकी टीम को पता चला कि छात्र की आखिरी बार बातचीत निजी स्कूल संचालक मुकेश कुमार से हुई थी। पुलिस मुकेश के बारे में जानकारी जुटाने लगी तो पता चला कि वह कन्हौली में विवेकानंद मेमोरियल के नाम से स्कूल और प्रियांश एजुकेशन प्वाइंट कोङ्क्षचग इंस्टिट््यूट चलाता था, जो दिसंबर 2022 में बंद हो गया। वहीं जिस दिन से छात्र गायब हुआ उस दिन से मुकेश भी घर नहीं जा रहा था। पुलिस को मुकेश पर संदेह हुआ, लेकिन वह लगातार ठिकाना बदल रहा था। एसआइटी की टीम उसकी तलाश में बिहटा, नौबतपुर, शाहपुर, पालीगंज, मनेर और खगौल में दबिश दे रही थी। इधर, शनिवार को आइएसआइसी अस्पताल के पास से एक जला हुआ शव बरामद हुआ। श्वान दस्ते को बुलाया गया। फोरेंसिक की टीम भी साक्ष्य संकलन में जुट गई। एम्स में परीक्षण के लिए भेजने पर पता चला उक्त शव तुषार का है।
चार दिन पहले रची थी अपहरण व हत्या की साजिश
पुलिस की पूछताछ में आरोपित ने छात्र की हत्या की बात स्वीकार की। घटना के किसी अन्य के शामिल होने की बात से इन्कार किया। फिलहाल, पुलिस इस बिन्दु पर अभी जांच कर रही है। आरोपित ने पुलिस को बताया कि स्कूल चलाने के लिए उसने जिन लोगों से 20 लाख रुपये कर्ज ले रखा था, उनके तकादे से वह परेशान हो गया था। पूर्व में वह छात्र का शिक्षक रहा चुका था। घटना के चार दिन पूर्व उसने छात्र के अपहरण और फिर हत्या की साजिश रची थी। उसे इस बात की जानकारी थी कि वह एकलौता और उसके पिात की कन्हौली में काफी संपत्ति हैं।
विश्वास में लिया और तुषार को बाइक पर बैठाया
आरोपित को उम्मीद थी कि छात्र का अपहरण करने के कुछ देर बाद ही उसे रकम मिल सकती है। इसके बाद उसने छात्र को फोन कर बुलाया। विश्वास में लेकर उसे बाइक पर बैठाया और फिर उक्त अस्पताल के समीप ले गया था। वहां ले जाने के बाद पहले छात्र का गला दबाया और फिर चाकू से वार कर हत्या कर दी। पेट्रोल छिड़कर छात्र के शव को जला दिया और छात्र का मोबाइल लेकर वहां से ठिकाना बदलने लगा। छात्र के मोबाइल से वायस मैसेज उसके स्वजन को भेज फिरौती मांगने लगा। अलग-अलग जगहों पर ठिकाना बदलने के बाद वह वेस्ट बोङ्क्षरग कैनाल रोड स्थित लाज में छिप गया था।