PATNA: गुरुवार को बिहार विधानसभा में शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा द्वारा हड़ताली शिक्षकों से काम पर लौटने का आग्रह किए जाने का शिक्षक संगठनों ने स्वागत किया है। हड़ताली शिक्षकों ने सरकार के पाले में गेंद डालते हुए यह भी कहा है कि सरकार के साथ बातचीत को हम तैयार हैं। सरकार पहले बुलाए तो सही। दरअसल, हड़ताली शिक्षकों और सरकार के बीच सबसे बड़े गतिरोध का कारण बातचीत की मेज पर एकसाथ नहीं आना है।

बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक ब्रजनंदन शर्मा ने शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा के आग्रह का स्वागत करते हुए कहा कि यदि सरकार शिक्षकों के हितों की चिंता कर रही है तो हमें बातचीत के लिए बुलाए और एकसाथ बैठ कर न्यायोचित मांगों पर विचार करे। सरकार सिर्फ सदन में हड़ताली शिक्षकों से काम पर लौटने का आग्रह करेगी तो इससे हड़ताल कैसे खत्म होगा। इधर बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष एवं विधान पार्षद केदारनाथ पाण्डेय ने भी शिक्षा मंत्री के आग्रह का स्वागत करते हुए कहा कि यदि हड़ताल खत्म कराने को लेकर सरकार गंभीर है तो उसे शिक्षक प्रतिनिधियों को बुला कर मूल मसलों पर बातचीत करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि हड़ताल के मसले पर बातचीत के लिए सरकार से कई बार प्रयास किया गया पर सरकार बातचीत को तैयार नहीं हुई। यदि बातचीत से समस्या हल हो जाता तो हड़ताल की नौबत ही क्यों आती?