- महिला दिवस पर सुरक्षा से लेकर टिकट जांच का जिम्मा संभाल रही महिलाएं

- महिला रेलकर्मी बोलीं, हम किसी से कम नहीं

PATNA

: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सोमवार को पटना जंक्शन की कमान महिला रेल कर्मचारियों ने संभाली। जंक्शन की सुरक्षा से लेकर टिकट की चेकिंग का जिम्मा भी महिलाओं के हाथ में रहा। वहीं, एक पैसेंजर ट्रेन को लेकर भी महिला ड्राइवर और गार्ड भी पटना से बक्सर तक गई। पटना जंक्शन के स्टेशन डायरेक्टर डॉ। निलेश कुमार ने बताया कि सभी महिला कर्मचारी को गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। उनकी ड्यूटी में बदलाव करते हुए उन्हें फ्रंट लाइन वर्कर बनाया गया। वहीं, आरपीएफ की ओर से भी प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें स्टेशन से लेकर ट्रेन में महिला सुरक्षा की व्यवस्था की जानकारी दी गई। इस मौके दो महिला एसआई और एक लेडी कांस्टेबल को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

सातवें आसमान पर हौसला

पटना जंक्शन पर तैनात महिला रेलकर्मियों ने सम्मान पर काफी खुश दिखीं। उनका हौसला सातवें आसमान पर रहा। उन्होंने बताया कि महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। जो भी जिम्मेदारी मिलेगी उसे सफलतापूर्वक निभाएंगी।

झंडी दिखाते ही चल पड़ी मेमू

पटना जंक्शन से पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन तक चलने वाली मेमू ट्रेन की कमान महिलाओं के हाथ में थी। मेमू की ड्राइवर रिचा कुमारी थी। जबकि गार्ड की जिम्मेदारी नेहा कुमारी को दी गई थी। गार्ड नेहा ने दोपहर 12:30 बजे जैसे ही हरी झंडी दिखाई, ट्रेन चल पड़ी। रिचा और नेहा काफी उत्साहित थीं। इसके अलावा रूट रिले इंटरलॉकिंग का काम भी महिलाओं को दिया गया था। ट्रेनों के आने-जाने की घोषणा का जिम्मा भी दो महिला कर्मचारियों के पास थी।

आरपीएफ की तीन कर्मी सम्मानित

ड्यूटी के दौरान बेहतरीन काम करने के लिए आरपीएफ की तीन महिला कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। आरपीएफ पोस्ट पटना जंक्शन के इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह ने बताया कि महिला दिवस के मौके पर एसआई पूजा, एसआई खुशबू और कांस्टेबल नीलम को सम्मानित किया गया। इस दौरान सहायक सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ पटना, आरपीएफ के अधिकारी, स्वयंसेवी संस्था किलकारी की कई सदस्य समेत कई लोग उपस्थित थे।

हर तरफ महिलाकर्मी

गुलजारबाग स्टेशन पर सोमवार को हर तरफ महिला ही नजर आ रही थीं। स्टेशन की पूरी व्यवस्था पूरी तरह से महिला कर्मियों ने संभाल रखी थी। स्टेशन मास्टर सोनम कुमारी रेल यात्री खासकर महिला यात्रियों की सहायता करने में काफी चौकस दिखीं। आरपीएफ की दारोगा वीणा कुमारी तथा जीआरपी की तीन पुलिसकर्मी गुडि़या, जूही और नीलम यात्रियों की जांच की। लोकल ट्रेन में महिला पुलिसकर्मी चढ़कर महिला सीट पर बैठे पुरुष यात्रियों से महिला के सम्मान और अधिकार की बातें की। उनसे महिला सीट छोड़ने का भी अनुरोध किया।