- स्मार्ट सिटी की तरफ से इंटेलिजेंट सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत हो रहा है काम

- अब तक 208 गाडि़यों पर जीपीएस लगाया जा चुका है

- 375 गाडि़यों पर जीपीएस लगानी है

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क्कन्ञ्जहृन् :

आपके इलाके में कूड़ा गाड़ी कब आ रही है, आई है या दूसरी गली से ही चली गई है। ये सब अब आपको जल्दी ही मोबाइल पर ही पता चल जाएगा। पटना नगर निगम की गाडि़यों में अब जीपीएस ट्रैकर लगने की प्रकिया शुरू हो चुकी है। इसके लिए मॉनिटरिंग सेंटर भी बनना शुरू हो चुका है। अधिकारियों की मानें तो दिसंबर तक ये काम पूरा हो जाएगा जिसके बाद लोगों को एप के माध्यम वाहनों को ट्रेस कर सकेंगे।

13 करोड़ से पूरी होगी परियोजना

सितंबर में इस योजना का वर्क ऑर्डर पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने दिया था। इस परियोजना पर करीब 13 करोड़ रुपए खर्च होंगे। दिसंबर तक इसे पूरा किया जाएगा। नगर निगम की पीआरओ हर्षिता के अनुसार अब तक 208 गाडि़यों पर जीपीएस लगाया जा चुका है। वहीं एप और मॉनिटरिंग पर भी काम शुरू है। कचरा कलेक्शन करने वाली टोटल 375 गाडि़यों पर जीपीएस लगानी है। दिसंबर तक की डेडलाइन एजेंसी को दी गई है।

क्या क्या होंगे काम

फ्लीट मैनेजमेंट : पटना नगर निगम की सभी गाडि़यों जैसे कचरा गाड़ी, हाइवा, स्वीपिंग मशीन आदि पर जीपीएस चिप लगाई जाएगी जिससे किसी भी वक्त उनका लोकेशन ट्रैक किया जा सकता है।

घर, प्रतिष्ठानों की टैगिंग : पटना नगर निगम क्षेत्रांतर्गत करीब साढे तीन लाख संपत्ति (निजी एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठान) हैं। इन सभी की दीवार पर विशेष क्यूआर टैग लगाया जाएगा। इसी टैग के माध्यम से घरों से कूड़ा उठाव की जानकारी उक्त संपत्ति के मालिक एवं पटना नगर निगम के कंट्रोल रूम को प्राप्त होगी। परियोजना के अंतर्गत करीब साढ़े तीन लाख विशेष टैग लगाए जाएंगे।

अंचल में भी तैयार होगा कंट्रोल रूम

परियोजना के अंतर्गत पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा एक डाटा सेंटर, कंट्रोल रूम एवं मॉनिटरिंग सेंटर की स्थापना की जाएगी। पटना नगर निगम के सभी अंचल कार्यालयों में एक-एक मॉनिटरिंग स्टेशन एवं मुख्यालय में कंट्रोल रूम की व्यवस्था की जाएगी। इनके जरिए प्रत्येक वार्ड में कूड़ा उठाव, गाडि़यों की लोकेशन एवं कर्मचारियों की उपस्थिति की रियल टाइम जानकारी प्राप्त होगी।

बायोमेट्रिक अटेंडेंस : परियोजना के अंतर्गत पटना नगर निगम द्वारा चिह्नित स्थानों पर कर्मचारियों की डिजिटल उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था भी की जाएगी।

ऐप का निर्माण

आम नागरिकों के लिए ऐप का निर्माण किया जाएगा जिसके माध्यम से वे कचरा गाडि़यों के लोकेशन, कचरा शुल्क भुगतान, वार्ड के सफाई निरीक्षक एवं ड्राइवर से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। ऐप के माध्यम से वे अपनी शिकायत एवं फीडबैक भी दे सकेंगे।

शहरवासियों को मिलेंगी ये सुविधाएं

- मोबाइल पर कचरा उठाव की जानकारी

- कचरा गाड़ी की लोकेशन ट्रैकिंग

- हर गली में कचरा गाड़ी के पहुंचने का रियल टाइम लोकेशन जान सकेंगे