PATNA : ख्भ् दिन तक लुका छिपी का खेल खेलने के बाद शौचालय घोटाले का मुख्य आरोपी विनय कुमार सिन्हा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। मामले की जांच करने के लिए बनाई गई एसआईटी की टीम ने सोमवार को उसे देवरिया से गिरफ्तार किया। इस मामले में दूसरी गिरफ्तारी नवादा के एनजीओ आदि शक्ति सेवा संस्थान के ट्रेजर्र उदय सिंह की पटना में होटल मौर्या के पास से मंगलवार को हुई। इस मामले में अब तक कुल ख्क् अरेस्टिंग हो चुकी है। इन दोनों के पहले एसआईटी बिटेश्वर राय और उदय सिंह की बहन समेत कुल क्9 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। जांच में पुलिस को यह भी पता चला है कि विनय एंटीक सामानों का शौकीन था उसने अपने घर को अमेरिकी सामानों से सजाया था। विनय ने बिटेश्वर राय के साथ मिलकर ही घोटाले की योजना बनाई थी। शौचालय निर्माण की क्ब् करोड़ फ्7 लाख की राशि का गबन कर डाला। दोनों ने इस खेल में एनजीओ आदिशक्ति सेवा संस्थान का सहारा लिया था। विनय के निर्देश पर ही बिटेश्वर ने एनजीओ आदि शक्ति सेवा का रजिस्ट्रेशन करवाया था। इसके बाद पैसा संस्थान के खाते में डाला गया था। -अब जेई और एसडीओ पुलिस की रडार पर विनय कुमार से हुई पूछताछ में पता चला है कि पीएचईडी विभाग का कई जेई (जूनियर इंजीनियर) और एसडीओ ने भी इस मामले में विनय का बखूबी साथ दिया था। इन सबकी मदद से ही विनय इतने बड़े घोटाले को अंजाम तक पहुंचाने में सफल रहा था। विनय ने बताया है घोटाले में कुछ लोगों का कमीशन फिक्स था वहीं कुछ अधिकारियों से रकम के आधार पर डील हई थी। पुलिस सारे फाइल का अध्ययन कर रही है ताकि किसी की गिरफ्तारी करने से पहले उसके खिलाफ साक्ष्य जुटा लिया जाए।