PATNA : बच्चे का नहीं होना पति और पत्नी दोनों को खल रहा था। शुरुआत में तो सब ठीक रहा लेकिन चंद दिनों बाद इसी बात को लेकर विवाद होने लगा। विवाद ऐसा बढ़ा कि बात तलाक तक पहुंच गई। एक छत के नीचे वाइफ के साथ रहना उसने मुनासिब नहीं समझा। गुस्से में आकर करीब एक महीने पहले घर और वाइफ दोनों को छोड़ दिया। उसके बाद जो हुआ उसकी कल्पना किसी ने नहीं की होगी। घर-परिवार को छोड़ने वाले हसबेंड की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। उसकी लाश राजधानी के एक होटल के कमरे में रविवार को पाई गई। जानकारी मिलते ही कोतवाली थाने की पुलिस ने पहुंचकर मामले की छानबीन की। मरने वाले की पहचान रंजन कुमार के रूप में हुई, जो पटना के ही पटेल नगर का रहने वाला था।

- इस तरह खुला राज

बताया जाता है कि रंजन ने घर एक महीने पहले छोड़ा था। वह होटल अशोक बिहार के कमरा नंबर क्9 में क्7 अप्रैल से ठहरा हुआ था। इस बीच मौत कब और कैसे हुई। फिलहाल ये किसी को पता नहीं है। बढ़ती गर्मी के बीच जब पूरा होटल बदबू से भर गया तो इसकी पड़ताल शुरू हुई। पता चला कि कमरा नंबर क्9 से बदबू आ रही है। फिर जानकारी देने के बाद कोतवाली थाने की पुलिस पहुंची।

- बेड पर पड़ी थी लाश

पुलिस की मौजूदगी में कमरे की गेट को तोड़ा गया। इसके बाद अंदर का नजारा देख सबके होश उड़ गए। ब्0 साल के रंजन की लाश बेड पर पड़ी थी। शरीर का आधा हिस्सा बेड पर और आधा हिस्सा फर्श की ओर लटका पड़ा था। पेट फुला और मुंह से ब्लड भी निकला हुआ था। बाथरूम का गेट खुला हुआ था। कमरे के अंदर की हालत भी अस्त-व्यस्त थी।

- आखिरी बार कब खुली थी गेट

पुलिस की जांच में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। वो यह कि ख्7 अप्रैल को आखिरी बार होटल के स्टाफ ने रंजन को देखा था। उस दिन शाम को उसने खाने के लिए बाहर से भुजा मंगवाया था। इसके बाद रंजन ने कमरे का गेट अंदर से जो बंद किया, वो आज तक नहीं खुला था। लेकिन कमरे के अंदर जब पुलिस ने तलाशी ली तो खाने के लिए मंगवाया गया भुजा टेबल पर ठीक वैसे ही पड़ा मिला, जैसे वो बाहर से पैक कर लाया गया था।

- ब् दिनों से सड़ रही थी लाश

पुलिस की जांच में एक बात तो साफ हो गई कि रंजन की मौत एक-दो दिन नहीं, बल्कि ब् दिन पहले हुई होगी। संभावना यही जताई जा रही है कि उसकी मौत ख्7 अप्रैल की शाम में ही हो गई होगी। क्योंकि बाहर खाने के लिए मंगाए भुजा को उसने खाया नहीं था।

- लपेटे में होटल मालिक और मैनेजर

अगर कमरे से बदबू नहीं आती तो किसी को कुछ पता नहीं चलता। होटल के स्टाफ और मैनेजर भी चैन की नींद सोए रहते। हालांकि कोतवाली थाने की पुलिस ने अपनी जांच में प्राइमरी तौर पर होटल मैनेजमेंट की लापरवाही मानी है। कमरे की गेट लगातार बंद रही और वो इसे इग्नोर करते रहे। इस मामले में होटल के मैनेजर और दूसरे स्टाफ से पूछताछ भी हुई। एसएचओ रामा शंकर ने साफ कर दिया है कि होटल मालिक अजय अरोड़ा और मैनेजर के खिलाफ कानून सम्मत कार्रवाई की जाएगी।

- लीवर की थी बीमारी

बताया जाता है कि रंजन पहले भी इस होटल में ठहर चुके हैं। पेशे से वो बिजनेसमैन थे। इस लिए होटल के कई स्टाफ उन्हें पहचानते भी थे। मिले एड्रेस को वेरिफाई करते हुए पुलिस ने उनकी वाइफ सरिता कुमारी से बात की। पूरे मामले की जानकारी दी। फिर पूछताछ की। तब पता चला कि शादी के बाद से बच्चा नहीं होने के कारण दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। एक महीने से वो घर नहीं आ रहे थे। सरिता ने पुलिस को बताया कि रंजन को लीवर की बीमारी थी। जिस कारण पेट फुल जाता था और मुंह से ब्लड आ जाता था।

- अब रिपोर्ट का इंतजार

मौके पर फोरेंसिक साइंस की टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया था। जांच के क्रम में एफएसएल की टीम ने कई सैंपल कलेक्ट किए। इसके बाद पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारियों की मानें तो पोस्टमार्टम और एफएसएल रिपोर्ट के आने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।