-आसपास के लोगों को डेंगू के मच्छरों ने बना लिया है शिकार

PATNA: पटना में जहां डेंगू ने लोगों को अपने चपेट में ले लिया है। पटना में डेंगू से पीडि़त लोगों का आकंड़ा 3000 पार कर

चुका है। छठ व्रत के बाद पटना में 70 से ज्यादा लोगों के रिर्पोट डेंगू

पॉजीटिव आए है। शहर में डेंगू के मच्छरों का इतना आतंक होने के बाद भी नगर निगम की आंख नहीं खुल रही है।

शहर के बीचों बीच नगर निगम और स्मार्ट सिटी की बहुउदेशीय योजना अदालतगंज डेंगू का तालाब बना हुआ है। महीनों से जमा ये पानी ना सिर्फ सड़ चुका है बल्कि डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनियां जैसी बीमारियां भी फैला रहा है। लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी निगम और स्मार्ट सिटी को ये नजर नहीं आ रहा है।

एक माह में न जलनिकासी न ही किसी तरह का छिड़काव

जलजमाव हुए एक माह से अधिक का समय बीत चुका है। नगर निगम के अधिकारी, कुड़ा अन्य नगर निगम की गाडि़यां अदालत गंज रोड से गुजरती है। लेकिन किसी का ध्यान इस ओर नहीं है। ना तो तालाब से जलनिकासी की गई है ना ही केमिकल या एंटी लार्वा का छिड़काव किया गया है।

स्कूली बच्चे और शिक्षिकाएं डेंगू की शिकार

अदालतगंज की एक निजी कोचिंग संचालिका आशा राय बताती है कि हम दिन में भी क्वाइल जलाते है। हर वक्त यहां पर डेंगू का खतरा बना रहता है। ऐसे में बचाव के लिए हम खुद जो कर सकते है करते है। बता दें कि अदालतगंज रोड से सटे हुए तीन प्राथमिक विद्यालय और दर्जनों मोहल्ले है जहां 2000 से अधिक आबादी रहती है। ऐसे में आस पास के लोग डेंगू से पीडि़त हो गए है। प्राथमिक विद्यालय अदातलगंज की दो शिक्षिकाएं नीलम कुमारी और अनिता कुमारी डेंगू से पीडि़त हो चुकी है। वहीं कई छात्र-छात्राएं खौफ के कारण स्कूल नहीं आ रहे है। शिक्षिका रीता कुमारी और गीता सिन्हा बताती है कि दशहरे के पहले ही एक बार फॉगिंग की गई। उसके बाद कभी निगम की टीम नजर नहीं आई।

इस समस्या को दूर किया जाएगा। तालाब के पास बायोरेमिडिएशन कराया जाएगा। जिससे बीमारियों को फैलने से रोका जाए। उस इलाके में विशेष फॉगिंग भी कराई जाएगी।

-सुशील मिश्रा, पीआरओ सह कार्यपालक पदाधिकारी, पटना नगर निगम