PATNA: बीएसएससी पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसआइटी ने फरार चल रहे वरिष्ठ आइएएस अधिकारी व आयोग के ओएसडी सीके अनिल पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। अब आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष व जेल में बंद आइएएस अधिकारी के अवकाश के आवेदन पर उनका फर्जी हस्ताक्षर करने के मामले में एसआइटी सीके अनिल के खिलाफ सबूत जुटा रही है।

सूत्रों ने बताया कि इसके लिए एसआइटी सीके अनिल के हस्ताक्षर और उनकी हैंडराइटिंग का नमूना एकत्र करने के लिए उनके दोनों दफ्तरों राज्य योजना पर्षद और बीएसएससी जाएगी। एसआइटी के साथ एफएसएल के अधिकारी भी होंगे। इन दोनों दफ्तरों से सीके अनिल की हैंडराइटिंग और हस्ताक्षर के नमूनों को एकत्र कर उसका मिलान उस हस्ताक्षर से किया जाएगा, जो सुधीर कुमार की छुट्टी के आवेदन पर पाया गया है। बता दें कि सुधीर कुमार ने अपनी गिरफ्तारी के बाद एसआइटी की पूछताछ में साफ कर दिया था कि उन्होंने अपनी छुट्टी का कोई आवेदन न तो मुख्य सचिव के पास और न ही सामान्य प्रशासन विभाग को भेजा था। एसआइटी का शक है कि इस आवेदन पर सीके अनिल ने ही सुधीर कुमार के फर्जी हस्ताक्षर किए थे।