-राजद, कांग्रेस और तीनों वामदल के नेता-कार्यकर्ता हुए शामिल

PATNA: किसान आंदोलन के समर्थन में महागठबंधन के घटक दलों की ओर से सैटरडे को मानव श्रृंखला बनने से शीतलहर में भी राजनीतिक गरमी ला दी है। पटना में बुद्ध स्मृति पार्क के पास नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा समेत कई नेता कतार में खड़े हुए। उन्होंने दावा किया कि कानून वापसी तक आंदोलन जारी रहेगा। मानव श्रृंखला का आयोजन दोपहर 12.30 बजे से एक बजे तक किया गया। इसमें राजद के अलावा, कांग्रेस और तीनों वामदल के नेता-कार्यकर्ता शामिल हुए।

सरकार को बताया किसान विरोधी

नेता प्रतिपक्ष ने केंद्र और राज्य सरकार को किसान विरोधी बताया और कहा कि नए कृषि कानून के जरिए बिहार के किसानों के साथ भी हकमारी की जा रही है। उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन के दल किसानों के साथ हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बिहार में भी किसानों के लिए बाजार समिति शुरू करें। तेजस्वी के साथ कतार में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, श्याम रजक, मनोज झा, प्रेम गुप्ता समेत सैकड़ों लोग खड़े थे।

मानव श्रृंखला को बताया फ्लॉप

कृषि कानूनों के खिलाफ महागठबंधन की मानव श्रृंखला को बीजेपी ने पूरी तरह फ्लॉप करार दिया है। पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि राजद, कांग्रेस और वामदलों ने दिल्ली में किसानों को गुमराह कर पुलिस पर हमले कराए। तिरंगे का अपमान कराया, इसलिए किसान संगठनों और नाराज जनता ने इन दलों से दूरी बना ली। अब पहला झटका बिहार की जनता ने मानव श्रृंखला से दूरी बनाकर दिया है।

मानवविहीन श्रृंखला : संजय

प्रदेश जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि महागठबंधन की मानव श्रृंखला मानवविहीन रही। मानव श्रृंखला के नाम पर तेजस्वी यादव कई महीने बाद लोगों के बीच आए। स्थिति यह रही कि जहां से मानव श्रृंखला शुरू हुई वहीं उसका अंत भी हो गया.संजय ने कहा कि तेजस्वी यादव ने अपनी मानव श्रृंखला में लोगों को इकट्ठा करने के लिए रात दिन एक किया था पर सही रोड मैप नहीं बना सके। वह लोगों को यह बता ही नहीं सके कि वह चाहते क्या हैं? जब कुछ नहीं सूझा तो कंबल और साड़ी के नाम पर लोगों को बुला लिया और ठंड में खड़ा कर दिया।