-हवा से फैलने वाले संक्रमण को लेकर पटना के बाद पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट

-एक साथ काम करने वाले या घर में फ्लू हो तो डॉक्टर से करें संपर्क

PATNA: मुंगेर में बर्ड फ्लू के अटैक के बाद पटना जू में आधा दर्जन मोर की मौत के बाद सरकार अलर्ट हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने आदेश जारी करते हुए पटना से लेकर सभी जिलों के सरकारी अस्पतालों में विशेष व्यवस्था का निर्देश दिया है। आदेश जारी किया गया है कि कहीं भी किसी भी पक्षी या इंसान में लक्षण मिलता है तो एरिया को विशेष जोन में रखा जाए। स्वास्थ्य विभाग के अलर्ट के बाद पटना में सिविल सर्जन कार्यालय से भी सुरक्षा को लेकर विशेष सावधानी का निर्देश दिया गया है। मेडिकल कालेज से लेकर पटना के अन्य सरकारी अस्पतालों में मेडिसिन के साथ अन्य व्यवस्था ठीक कराई जा रही है। जू में जानवरों की सुरक्षा को लेकर दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है और एक्सपर्ट की टीम लगातार मानीटरिंग कर रही है।

बिहार सरकार का अलर्ट

बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने हेल्प लाइन नंबर 0612-2230942 भी जारी कर दिया है। जागरुकता को लेकर लोगों को अलर्ट किया जा रहा है। पशुपालन विभाग की उच्च स्तरीय टीम पटना से लेकर अन्य एरिया में जांच पड़ताल में जुटी है। संक्रमण से बचाव के लिए पक्षियों पर नजर रखी जा रही है। आदेश दिया गया है कि किसी भी पक्षी में संक्रमण मिल रहा है तो उसकी जांच पड़ताल कराई जाए। ऐसे पक्षियों को मारकर दफना दिया जाए जिनके अंदर संक्रमण फैलने की आशंका है। पटना जू में मोरों की मौत बर्ड फ्लू से होने की पुष्टि के बाद जारी एडवाइजरी में जागरुकता के साथ सेफ्टी का निर्देश है।

फ्लू हो तो अलर्ट हो जाएं

डॉक्टरों का कहना है कि एक साथ काम करने वाले या घर में कई सदस्यों को एक साथ फ्लू हो तो सावधान होने की जरूरत है। ऐसे लक्षण बर्ड फ्लू के हो सकते हैं। हालांकि बर्ड फ्लू और साधारण फ्लू में बहुत अंतर नहीं होता है। ऐसे में एक साथ कई को संक्रमण होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना है और इसकी सूचना सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर भी करना है। एक्सपर्ट का कहना है कि अभी केवल जू के पक्षियों में संक्रमण मिला है लेकिन हवा से फैलने वाली इस बीमारी को लेकर हमेशा अलर्ट रहने की जरूरत है। साथ ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर इलाज करवाना जरूरी है।

तेज बुखार हो तो तुरंत कराएं इलाज

डॉक्टरों का कहना है कि अगर फ्लू के साथ तेज बुखार हो रहा है तो भी पूरी सावधानी जरूरी है। ऐसे लक्षण बर्ड फ्लू के हो सकते हैं। सामान्य फ्लू और बर्ड फ्लू के लक्षण में विशेष अंतर नहीं होने से डॉक्टर भी लोगों को जागरुक रहने को कह रहे हैं। लक्षण मिलते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर इलाज कराने की सलाह दी गई है।

डीएम और सर्जन को दिया आदेश

-पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने दो स्थानों पर कंट्रोल सेंटर बनाया है।

-प्रदेश के सभी डीएम और सिविल सर्जन को भी आदेश जारी किया गया है।

-प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के साथ ही सरकारी अस्पतालों के इंचार्ज को भी इसके प्रति अलर्ट किया गया है।

-दवा के छिड़काव को लेकर भी निर्देश दिया गया है।

संक्रमण का यह है मुख्य लक्षण

-गले में सूजन होना।

-मांसपेशियों में बहुत तेज दर्द होना।

-पेट के निचले हिस्से में दर्द होना।

-सांस लेने में तकलीफ होना।

-आंख में लाली आना के साथ जलन।

-तेज बुखार होना और जल्दी नहीं उतरना।

-सिर में तेज दर्द बने रहना।

-गले में हमेशा कुछ फंसे रहने का आभास होना।

-नाक का बहना और नाक के आसपास बहुत दर्द होना। साथ ही दस्त होना।

ऐसे रह सकते हैं संक्रमण से दूर

-मुर्गा के फार्म हाउस व अन्य पक्षियों से रहें दूर।

-चिकन और अन्य पक्षियों के मांस को फिलहाल खाने से रहें दूर।

-संक्रमित मुर्गी और उनके अंडे को खाने से पूरी तरह से करें परहेज।

-मृत पक्षियों से दूर रहें, खानपान को लेकर सफाई का रखें ध्यान।

-प्रभावित इलाकों में मास्क पहन कर निकलने और संक्रमण वाले इलाकों में नाक मुंह पर कपड़ा लगाएं।

जू में आधा दर्जन मोर की मौत का कारण बर्ड फ्लू पाया गया। संक्रमण फैला है तो इससे सावधान रहने की जरुरत है। हवा से संक्रमण फैलने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में बचाव के साथ साथ जागरुकता भी आवश्यक है।

-डॉ मनोज कुमार,

पेट रोग विशेषज्ञ