PATNA:बेली रोड स्थित प्रदेश का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल आइजीआइएमएस शनिवार को दिनभर रणभूमि बना रहा। एमबीबीएस छात्रों ने नर्सिग की छात्राओं को लाठी ,बेल्ट, जूता से मारा। इस घटना में नर्सिग की एक छात्रा का सिर फटा और एक दूसरी छात्रा का हाथ टूट गया। उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। डायरेक्टर कार्यालय के बाहर जमकर तोड़फोड़ भी की गई। परिणामस्वरूप नर्सिग स्टाफ ने काम छोड़ छात्राओं के समर्थन में धरना दिया। इलाज प्रभावित रहा। देर शाम तक अस्पताल प्रबंधन के साथ जिला व पुलिस प्रशासन के वरीय अधिकारी इन्हें मनाने जुटे रहे।

डीन चेंबर में ही मारपीट प्रारंभ

गुरुवार को एमबीबीएस इंटर्न छात्र एवं नर्सिग की छात्राओं के बीच मारपीट की घटना की जांच के लिए शनिवार को डीन चेंबर में जांच कमेटी की बैठक बुलाई गई थी। कमेटी के समक्ष एमबीबीएस के छात्र एवं नर्सिग की छात्राएं उपस्थित हुई। इसी दौरान डीन चेंबर में ही छात्र-छात्राओं के बीच झड़प हो गई। छात्र-छात्राओं की मारपीट देखते ही देखते परिसर में फैल गई। छात्रों के समर्थन में अन्य एमबीबीएस के छात्र आ गए और छात्राओं को दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया।

सिर फटा, हाथ टूटा

छात्रों ने लाठी, बेल्ट, जूता आदि जो मिला उसी से छात्राओं को पीटना शुरू कर दिया। इससे भगदड़ का माहौल बन गया। इस दौरान ही नर्सिग की छात्रा पूजा का सिर फट गया। वहीं दूसरी छात्रा दिव्या का हाथ टूट गया, जिसे इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। अन्य कई छात्राएं घायल हो गई।

अधिकारियों को पीटने के लिए खोजा

एमबीबीएस छात्र यहीं नहीं रुके, डायरेक्टर कार्यालय के पास के सभी डॉक्टरों की नेमप्लेट तोड़ डाली। गेट का शीशा चकनाचूर कर दिया गया। कुर्सी और टेबल तोड़ दिये। छात्र अधिकारियों को पीटने के लिए खोज रहे थे लेकिन उस वक्त कोई नहीं मिला। डायरेक्टर भी बाहर थे। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ। फिर नर्सिग कॉलेज की छात्राएं प्रशासनिक भवन के सामने धरना पर बैठ गई और प्रदर्शन करने लगी।

स्थिति राम-भरोसे, हॉस्टल खाली करेंगी छात्राएं

प्रदर्शन देर रात तक जारी रहा। मामला बढ़ता देख संस्थान के निदेशक डॉ.एन आर विश्वास एवं डीन डॉ। केएच राघवेंद्र ने सभी इंटर्न छात्र एवं नर्सिग की छात्राओं को रविवार सुबह दस बजे तक हर हाल में छात्रावास खाली करने का निर्देश दिया है।

आठ छात्रों पर प्राथमिकी दर्ज

छात्राओं ने शनिवार को आठ एमबीबीएस छात्रों के खिलाफ शास्त्रीनगर थाना में एफआइआर दर्ज कराई। इससे पहले मारपीट की घटना के बाद छात्राओं ने प्रशासनिक भवन के सामने संस्थान के निदेशक का पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन किया। छात्राओं ने मारपीट करने वाले मेडिकल छात्रों पर कार्रवाई और मेडिकल कॉलेज को बंद करने की मांग की। इस पर प्रशासन की ओर से प्रतिक्रिया नहीं देख प्रशासनिक भवन में तोड़फोड़ शुरू कर दी।

पुलिस के छूटे पसीने

कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए एडीएम विधि-व्यवस्था राजेश चौधरी, सदर एसडीओ माधव कुमार सिंह, जिला नियंत्रण कक्ष के दंडाधिकारी के साथ सिटी एसपी पश्चिमी रविन्द्र कुमार, कोतवाली डीएसपी डॉ। शिवली नोमानी के साथ भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। छात्राओं को नियंत्रित करने में महिला पुलिस कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। वज्र वाहन और फायर कैनन भी मंगाया गया।

प्राचार्या ने की इस्तीफे की पेशकश

नर्सिग स्कूल की प्राचार्या ने धरना पर बैठी छात्राओं के आंदोलन समाप्त नहीं करने पर इस्तीफे की पेशकश की। इससे छात्राएं उग्र हो गई। निदेशक और मेडिकल कॉलेज के डीन से इस्तीफे की मांग करने लगीं। स्थिति संभालने के लिए नियंत्रण कक्ष के दंडाधिकारी को दोबारा महिला पुलिस बल की मदद लेनी पड़ी।

बेनतीजा बैठक

वार्डो में तैनात नर्सिग स्टाफ भी दोपहर बाद नर्सिग छात्राओं के साथ धरना पर बैठ गई। अस्पताल में चिकित्सा सेवा बहाल कराने के लिए निदेशक के साथ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी, मेडिकल कॉलेज के डीन और नर्सिग स्कूल के प्राचार्य की लंबी बैठक हुई, लेकिन शाम तक कोई नतीजा नहीं निकला।